Punjab Farmers Protest लगातार जारी है। पंजाब-हरियाणा (Punjab-Haryana) के खनौरी बॉर्डर (Khanauri Border) पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल (Jagjit Singh Dallewal) के अनशन को आज (5 मार्च) 100 दिन पूरे हो रहे हैं। इस मौके पर किसान आंदोलन और तेज करने की योजना बना रहे हैं। आज खनौरी मोर्चा पर 100 किसान एक दिवसीय भूख हड़ताल पर बैठेंगे।
इसके अलावा, देशभर के जिला और तहसील स्तर पर भी किसान एकजुट होकर भूख हड़ताल करेंगे। किसान नेता डल्लेवाल खुद भी भूख हड़ताल पर बैठे किसानों को संबोधित करेंगे और संयुक्त किसान मोर्चा (Samyukt Kisan Morcha – SKM) के नेताओं की रिहाई की मांग करेंगे।
संघर्ष को और मजबूत करने की अपील, सोशल मीडिया पर हुई पोस्ट
किसान नेता के बेटे गुरपिंदर सिंह डल्लेवाल (Gurpinder Singh Dallewal) ने सोशल मीडिया के जरिए आंदोलन को तेज करने की अपील की। उन्होंने कहा कि युवा किसान गेहूं कटाई (Wheat Harvesting) में व्यस्त हो सकते हैं, लेकिन बुजुर्ग किसानों को इस संघर्ष में आगे आना चाहिए। उन्होंने साफ कहा कि “हमें अपने घरों से निकलकर इस आंदोलन को मजबूत करना होगा।”
इस बीच, पंजाबी गायक रेशम सिंह अनमोल (Resham Singh Anmol) ने भी डल्लेवाल से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना। हालांकि, डल्लेवाल की तबीयत अब पहले से बेहतर बताई जा रही है।
26 नवंबर से जारी है आमरण अनशन, अब तक क्या हुआ?
किसान नेता डल्लेवाल ने 26 नवंबर 2023 को आमरण अनशन की शुरुआत की थी, जब केंद्र सरकार किसानों की मांगों पर चर्चा के लिए तैयार नहीं थी। इससे पहले, 13 फरवरी 2024 से मोर्चा शुरू किया गया था।
डल्लेवाल ने घोषणा की थी कि वह भोजन नहीं करेंगे और किसी भी मेडिकल सुविधा को स्वीकार नहीं करेंगे। लेकिन जब उनका अनशन 50 दिन पार कर गया और उनकी तबीयत बिगड़ने लगी, तब मामला सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) तक पहुंचा। इसके बाद केंद्र सरकार ने इस मामले में संज्ञान लिया और वार्ता के लिए कदम उठाए।
सरकार के साथ अब तक की बातचीत और आगामी बैठकें
डल्लेवाल के स्वास्थ्य को देखते हुए, केंद्र सरकार के अधिकारी खनौरी मोर्चे पर पहुंचे और 14 फरवरी 2024 को पहली मीटिंग की पेशकश की। इसके बाद 22 फरवरी 2024 को बैठक हुई, लेकिन कोई ठोस समाधान नहीं निकल सका। अब, किसानों और सरकार के बीच अगली बैठक 19 मार्च 2024 को तय की गई है।
डल्लेवाल ने आंदोलन शुरू करने से पहले अपनी जमीन को अपने पुत्र, पुत्रवधू और पौत्र के नाम करवा दिया था ताकि भविष्य में कोई विवाद न हो।
8 मार्च को होगी ‘महिला किसान महापंचायत’
किसान आंदोलन को और बड़ा करने के लिए 8 मार्च को महिला किसान महापंचायत (Mahila Kisan Mahapanchayat) का आयोजन किया जाएगा। इस दिन महिलाएं आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाएंगी और किसानों की मांगों को आगे बढ़ाएंगी।
आने वाले दिनों में किसान आंदोलन और तेज हो सकता है। अब देखना यह होगा कि सरकार और किसान संगठनों के बीच होने वाली 19 मार्च की बैठक में कोई हल निकलता है या नहीं।