नई दिल्ली, 3 जुलाई (The News Air)
लंबे समय से गर्भवती महिलाओं के लिए वैक्सीनेशन का इंतजार हो रहा था और अब वो इंतजार खत्म हो गया है। वैक्सीनेशन पर गठित नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप (NTAGI) की सिफारिश पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने गर्भवती महिलाओं को भी वैक्सीन लगाने की मंजूरी दे दी है। गर्भवती महिलाएं गर्भावस्था के किसी भी स्टेज पर वैक्सीन ले सकती हैं। इस निर्णय के बाद अब महिलाएं रजिस्ट्रेशन कराकर वैक्सीन लगवा सकती हैं।
कोविड ने गर्भवती महिलाओं पर डाला ज्यादा असर- दरअसल, विभिन्न अध्ययनों से पता चला है कि गर्भावस्था के दौरान कोविड-19 के संक्रमण से गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य में तेजी से गिरावट आ सकती है। इतना ही नहीं उनमें गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है और यह भ्रूण को भी प्रभावित कर सकता है। संबंधित विशेषज्ञों द्वारा इस पहलू की जांच उन साक्ष्यों के आधार पर की गई है, जो यह दर्शाते हैं कि संक्रमित होने की स्थिति में सामान्य महिलाओं की तुलना में गर्भवती महिलाओं को कोविड-19 से गंभीर रूप से बीमार होने का खतरा अधिक होता है। इसके अलावा, कोविड-19 के संक्रमण से पीड़ित गर्भवती महिलाओं में समय से पहले प्रसव और गर्भावस्था से संबंधित अन्य प्रतिकूल नतीजों (नवजात को किसी तरह की बीमारी की अधिक संभावना भी शामिल है) का जोखिम बढ़ जाता है।
राष्ट्रीय स्तर पर विचार–विमर्श के बाद लिया गया फैसला- गर्भवती महिलाओं के कोविड वैक्सीनेशन पर आम सहमति बनाने के लिए केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा गर्भवती महिलाओं के कोविड-19 वैक्सीनेशन के बारे में राष्ट्रीय स्तर पर एक विचार–विमर्श का भी आयोजन किया गया था। इस विचार–विमर्श में सर्वसम्मति से गर्भवती महिलाओं का वैक्सीनेशन करने के एनटीएजीआई की सिफारिश का स्वागत किया गया। इस विचार–विमर्श में एफओजीएसआई जैसे पेशेवर निकाय तथा राज्य सरकारों, सीएसओ, गैर सरकारी संगठनों एवं विकास की प्रक्रिया में भागीदार एजेंसियों के प्रतिनिधि और तकनीकी विशेषज्ञ आदि शामिल थे।
18+ वालों की तरह की होगा वैक्सीनेशन- वैक्सीनेशन का विकल्प चुनने वाली गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान किसी भी समय कोविन पर पंजीकरण या सीधे निकटतम वैक्सीनेशन सेंटर पहुंचकर पंजीकरण कराने के बाद निकटतम सरकारी या निजी कोविड-19 वैक्सीन सेंटर (सीवीसी) में कोविड-19 का टीका लगाया जा सकता है। उनके लिए कोविड-19 वैक्सीनेशन की प्रक्रिया और उससे जुड़े तौर-तरीके जैसे कि रजिस्ट्रेशन, वैक्सीनेशन के बाद प्रमाण -पत्र बनाना आदि वैसे ही रहेंगे जैसा राष्ट्रीय कोविड वैक्सीनेशन कार्यक्रम के तहत 18 वर्ष से अधिक आयु के किसी भी लाभार्थी के लिए हैं।
स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी है वैक्सीन की मंजूरी- बता दें कि सरकार ने स्तनपान कराने वाली महिलाओं को पहले ही वैक्सीन की मंजूरी दे दी है, यहां तक की ऐसी महिलाएं सेंटर पर पहुंच कर वैक्सीन भी लगना रही हैं। वहीं ऐसी महिलाओं को लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि स्तनपान करने वाली महिलाएं अपने बच्चे को तुरंत भी दुग्धपान करा सकती हैं। इसमें कोई फर्क नहीं पड़ता है।