LIC IPO में निवेश की चाहत सिर्फ़ रिटेल इनवेस्टर्स में ही नहीं है। दुनिया की दिग्गज कंपनियां और इनवेस्टर्स इसमें पैसे लगाना चाहते हैं। इनमें नॉर्वे, सिंगापुर और अबुधाबी के सॉवरेन वेल्थ फंड्स शामिल हैं। ये एंकर इनवेस्टर्स होंगे। एंकर इनवेस्टर्स के लिए इस इश्यू के 2 मई को खुलने की उम्मीद है।
सूत्रों ने बताया कि सोमवार को एंकर इनवेस्टर्स के नामों का ऐलान हो सकता है। बताया जाता है कि नोर्गेस बैंक इनवेस्टमेंट मैनेजमेंट, जीआईसी पीटीई और अबुधाबी इनवेस्टमेंट अथॉरिटी बतौर एंकर इनवेस्टर्स इस इश्यू में पैसे लगा सकते हैं। हालांकि, इस बारे में ADIA, LIC और नॉर्वे के वेल्थ फंड्स ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
LIC के आईपीओ को लेकर एक समय इंडिया में वैसी ही धूम थी, जैसी अरामको के आईपीओ को लेकर सऊदी अरब में थी। अरामको 2019 में स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट हुई थी। यह IPO 2.21 लाख करोड़ रुपये (29 अरब डॉलर) का था। माना जा रहा था कि एलआईसी के आईपीओ से इंडिया स्टॉक मार्केट की गहराई का पता चलेगा।
लेकिन, सरकार ने इस आईपीओ का साईज घटाकर बहुत कम कर दिया। ब्लूमबर्ग ने कहा है कि लो वैल्यू मल्टीपल और ऑफर साईज में कमी से एलआईसी के आईपीओ में इनवेस्टर्स की शानदार दिलचस्पी देखने को मिल सकती है।
हेलियोस कैपिटल के फाउंडर और फ़ंड मैनेजर समीर अरोड़ा ने कहा है कि एलआईसी के आईपीओ में शेयर का जो प्राइस रखा गया है, वह अट्रैक्टिव है। उन्होंने बताया कि करेंट वैल्यूएशन के आधार पर शेयर की क़ीमत काफ़ी सस्ती लगती है। उन्होंने इस आईपीओ में निवेश करने की सलाह दी।
उन्होंने कहा, “LIC के इश्यू से जुड़ा एकमात्र मसला इसका लो फ्लोट है।” इसका मतलब है कि बाज़ार में ख़रीद-फ़रोख़्त के लिए LIC के ज़्यादा शेयर उपलब्ध नहीं होंगे। सरकार ने एलआईसी के एक शेयर की जो क़ीमत तय की है, उसके हिसाब से कंपनी की वैल्यूएशन क़रीब 6 लाख करोड़ रुपये बैठती है। यह पहले 17 लाख करोड़ रुपये की अनुमानित वैल्यूएशन से बहुत कम है। इसका मतलब है कि सरकार ने इनवेस्टर्स के लिए थोड़ी वैल्यू छोड़ने की कोशिश की है।
सरकार एलआईसी के कुल 22.13 करोड़ शेयर इस आईपीओ के ज़रिए बेचेगी। इस तरह वह इस इश्यू से क़रीब 20,557 करोड़ रुपये जुटाएगी। पहले सरकार की योजना इस आईपीओ से क़रीब 60,000 करोड़ रुपये जुटाने की थी।
इनवेस्टर्स को LIC के आईपीओ में एक लॉट यानी कम से कम 15 शेयरों के लिए अप्लाई करना होगा। अगर कोई इनवेस्टर ज़्यादा शेयरों के लिए बोली लगाना चाहता है तो वह 15 शेयरों के मल्टीपल में बोली लगा सकता है।
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