अच्छी बात यह है कि ऋषभ पंत फिलहाल खतरे से बाहर हैं। बताया जा रहा है कि उनके शरीर में ज्यादा चोट नहीं है लेकिन एक पैर में फ्रेक्चर आया है। उन्हें देहरादून के मैक्स अस्पताल ले जाया गया है। भारतीय क्रिकेटर की कार का प्रातः लगभग 5:30 बजे कोतवाली मंगलोर क्षेत्रांतर्गत मोहम्मदपुर जट के पास एक्सीडेंट हुआ था। रिपोर्ट्स कहती हैं कि ऋषभ पंत ने खुद बताया कि कार चलाते हुए उनको झपकी आने से गाड़ी का बैलेंस बिगड़ गया।
वह दिल्ली से रुड़की अपने घर जा रहे थे। मौके पर मौजूद 108 व हरिद्वार पुलिस द्वारा घायल पंत को सबसे पहले रुड़की अस्पताल में शिफ्ट किया गया, जिसके बाद उन्हें देहरादून भेज दिया गया।
इस तरह के हादसों से कई सवाल खड़े होते हैं। दुर्घटना के कुछ समय बाद, हादसे की साइट से कार की कई तस्वीरें सामने आईं, जिसमें देखने को मिलता है कि कार पूरी तरह से जलकर खाक हो गई। कार का अगला हिस्सा न के बराबर बचा हुआ है और अपहोल्स्ट्री के साथ सीट्स का केवल अंदरूनी ढ़ांचा बचा है।
इससे पता चलता है कि आग कितनी भयंकर थी, लेकिन हैरानी इस बात से होती है कि आग से कार का ये हाल कुछ मिनटों में हो गया। भले ही दुर्घटना से बचाव के मामले में निर्माता अपनी गाड़ियों के लिए 5 स्टार रेटिंग हासिल कर लेते हैं, लेकिन इस तरह सेकंड्स में कार का आग पकड़ना और जलकर खाक हो जाना गाड़ियों की संवेदनशीलता को दर्शाता है।