Telangana Tunnel Collapse की बड़ी खबर ने एक बार फिर देश को झकझोर कर रख दिया है। Telangana के Nagar Kurnool जिले में शनिवार सुबह एक बड़ा हादसा हुआ, जब एक निर्माणाधीन सुरंग (Tunnel) का हिस्सा अचानक ढह गया। इस हादसे में करीब 30 मजदूरों के सुरंग के अंदर फंसे होने की आशंका जताई जा रही है।
A Portion of Roof of the SLBC Tunnel Collapsed, many injured, few feared Trapped in Tunnel.
Reportedly around 3-meters roof of the #tunnel at #Srisailam Left Bank Canal (#SLBC) Project in #Nagarkurnool, collapsed at the 14th km mark, 5-7 workers feared trapped, most have safely… pic.twitter.com/DZ80NJ5lOi
— Surya Reddy (@jsuryareddy) February 22, 2025
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, 3 मजदूरों को निकाला गया सुरक्षित
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह हादसा उस समय हुआ जब मजदूर सुरंग के अंदर पानी के रिसाव (Water Leakage) की मरम्मत का काम कर रहे थे। अचानक सुरंग की छत गिर गई, जिससे वहां मौजूद मजदूर फंस गए। राहत की बात यह है कि अब तक तीन मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है।
Chief Minister A Revanth Reddy ने इस दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है और राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। अधिकारियों को मौके पर भेजा गया है और सुरंग से मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए युद्धस्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
उत्तरकाशी हादसे की याद ताजा
यह हादसा हाल ही में हुए उत्तरकाशी (Uttarkashi) सुरंग हादसे की याद दिलाता है, जिसमें कई मजदूर फंस गए थे। हालांकि, तेलंगाना में यह घटना निर्माण कार्य के दौरान हुई, जबकि उत्तरकाशी में दुर्घटना सुरंग के संचालन के दौरान हुई थी। दोनों घटनाओं ने सुरंग निर्माण की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
अभी भी जारी है राहत और बचाव कार्य
रेस्क्यू टीम ने सुरंग के मलबे को हटाने का काम शुरू कर दिया है। अधिकारियों का कहना है कि स्थिति को संभालने के लिए एनडीआरएफ (NDRF) की टीम भी तैनात कर दी गई है। सुरंग के अंदर ऑक्सीजन की आपूर्ति बनाए रखने और मजदूरों तक खाना-पानी पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।
स्थानीय प्रशासन की निगरानी में ऑपरेशन
Nagar Kurnool जिला प्रशासन पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए है। सुरंग का निर्माण कार्य हाल ही में फिर से शुरू हुआ था, ऐसे में इस हादसे ने निर्माण कंपनियों की लापरवाही को उजागर कर दिया है। विशेषज्ञों की टीम यह जांच कर रही है कि क्या सुरंग की सुरक्षा मानकों का पालन किया गया था या नहीं।
आगे की कार्रवाई पर नजर
सरकार ने इस हादसे की जांच के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री A Revanth Reddy ने अधिकारियों को दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। फिलहाल, फंसे हुए मजदूरों को सुरक्षित निकालना सरकार की पहली प्राथमिकता है।
अधिकारी स्पेशल हेलीकॉप्टर से रवाना
मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार, राज्य के सिंचाई मंत्री एन उत्तम कुमार रेड्डी, सिंचाई मामलों के सरकारी सलाहकार आदित्यनाथ दास और बाकी सिंचाई अधिकारी स्पेशल हेलीकॉप्टर से घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। उधर, दुर्घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए केंद्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी ने घटना के कारणों की जानकारी ली और अधिकारियों से फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने को कहा। उन्होंने अधिकारियों से घायलों को उपचार मुहैया कराने को भी कहा है।
उत्तरकाशी में भी सुरंग में फस गए थे 41 मजदूर
पिछले साल दीपावली यानी 12 नवंबर को उत्तरकाशी के निर्माणाधीन सिल्क्यारा सुरंग में काम करने वाले 41 मजदूर फंस गए थे। 17 दिनों तक चले रेस्क्यू अभियान के बाद आखिरकार मजदूरों को बाहर निकाला जा सका था, ऑगर मशीन में कई बार खराबी आई, जिसे ठीक करके कई बार काम शुरू हुआ, लेकिन आखिर में ऑगर मशीन की ब्लेड खराब हो गईं, जिसके बाद रैट माइनर्स को लगाया है। जिसके बाद मजदूरों को निकाला गया।