The News Air: Sri Lanka Crisis: नकदी की कमी से जूझ रहे श्रीलंका (Sri lanka) के केंद्रीय बैंक ने शुक्रवार को ब्याज दरों (Interest Rates) में रिकॉर्ड 700 बेसिस पॉइंट की बढ़ोतरी की। ताकि देश में गंभीर आर्थिक संकट के बीच रुपए में आई गिरावट को कुछ हद तक संभाला जा सके।
सेंट्रल बैंक ऑफ श्रीलंका ने कहा कि रुपए में एक महीने में 35 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट के बाद उसके लेंडिंग रेट यानी कर्ज देने की दर को बढ़ाकर 14.5 प्रतिशत कर दिया गया था। यह कदम “एक्सचेंज रेट को स्थिर” करने के लिए उठाया गया था।
इसके अलावा डिपॉजिट रेट को भी सात प्रतिशत अंक बढ़ाकर 13.5 प्रतिशत कर दिया गया था। इस बीत ऐसी खबरें भी आईं कि श्रीलंका का रुपया रूसी रूबल को पछाड़कर दुनिया का सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली करेंसी बन गया था।
केंद्रीय बैंक ने कहा कि शॉक-ट्रीटमेंट रेट में बढ़ोतरी यह मान कर की गई थी कि संकटग्रस्त देश में महंगाई की स्थिति और भी खराब हो सकती है। जबकि यह पहले से ही रिकॉर्ड उच्च स्तर पर है।
कोलंबो कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स मार्च में 18.7 प्रतिशत बढ़ा, जबकि खाने पर महंगाई (Food Inflation) 25 प्रतिशत से ज्यादा थी। जबकि निजी विश्लेषकों ने मार्च में महंगाई को 50 प्रतिशत से ज्यादा रखा था।
अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसियों ने श्रीलंका को डाउनग्रेड कर दिया है, क्योंकि आशंका बढ़ गई है कि वह अपने 51 अरब डॉलर के विदेशी कर्ज पर डिफॉल्ट हो सकता है। मार्च के अंत में विदेशी भंडार 2.0 अरब डॉलर से नीचे गिर गया था।
खाना, ईंधन और बिजली की कमी के कारण हुई आर्थिक कठिनाइयों के चलते देश भर में सरकार के खिलाफ बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन हुए। राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के इस्तीफे की भी मांग उठी।
सरकार ने घोषणा की है कि वह IMF से मदद मांगेगा और बेल आउट की मांग की जाएगी, लेकिन बातचीत अभी शुरू नहीं हुई है।