The News Air- (चंडीगढ़) पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू ने शुक्रवार बेअदबी और नशे को लेकर सरकार को फिर घेरा, लेकिन उसके साथ ही सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को अपना भाई भी कह दिया। उन्होंने कहा कि नशा व बेअदबी यही दो मुद्दे थे, जिसके चलते सीएम को बदला दिया। यह उनके मुख्य मुद्दे हैं और वह कभी इससे पीछे हटेंगे नहीं।
सिद्धू ने कहा कि नशे के मुद्दे पर हाईकोर्ट ने तीन बार निर्देश दिए हैं। हाईकोर्ट ने साफ़ कहा था कि नशा माफ़िया को राजनीतिक संरक्षण है और सिर्फ़ छोटी मछलियों पर कार्रवाई हो रही है। जब ट्रामाडोल की 12 लाख गोलियां पकड़ी गई तब भी हाईकोर्ट ने कहा था कि जानबूझकर राजनीतिक लोग ड्रग माफ़िया को संरक्षण देकर रखते हैं। एनडीपीएस की रिपोर्ट में भी कहा गया है कि ड्रग से संबंधित क्राइम में पंजाब देश में नंबर एक पर है। उस पर सबसे पहले ईडी ने नवंबर 2017 में हाईकोर्ट के निर्देश पर नशे की रिपोर्ट एसटीएफ को सुपुर्द की गई।
बोले- सीएम चन्नी पंजाब के लिए हर मुमकिन कोशिश में जुटे
फरवरी 2018 मे एसटीएफ की रिपोर्ट हाईकोर्ट में दायर की गई। दोनों बार हाई कोर्ट का निर्देश है कि क़ानून को मद्देनज़र रखते हुए कार्रवाई की जाए। यह समझ नहीं आ रही कि हमें क्या दिक्क़त है। किसका भय है और कौन रोक रहा है रिपोर्ट पेश करने को। कैप्टन पर निशाना साधते हुए सिद्धू ने कहा कि जो व्य क्ति चार हफ़्ते में नशा ख़त्म करने का दावा करता था, अब पटियाला में अपना मेयर बचा रहा है। यहीं उन्होंने सीएम चन्नी को बड़ा भाई कहा और बताया कि वह पंजाब के लिए हर मुमकिन कोशिश में जुटे हैं।
ब्लैंकेट बेल टूटेगी नहीं, तब तक कैसे सच सामने आ पाएगा
सिद्धू ने कहा कि मुख्य आरोपी सुमेध सिंह सैनी को ब्लैंकेट बेल दिलवा दी गई है। बिना ब्लैंकट बेल को तुड़वाए इंसाफ़ कैसे दिलाया जा सकता है। लोग पूछ रहे हैं कि इसमें सरकार की क्या मंशा है। जब सैनी को ब्लैंकट बेल मिल गई तो सवाल उठाता है कि क्या सरकार ने एसएलपी डाली। ब्लैंकेट बेल मिले तीन महीने हो गए हैं, अगर इस दौरान सरकार ने एसएलपी डाली होती तो लगता कि सरकार इसको लेकर गंभीर है।
प्रधान की सुनवाई हो रही है
प्रधान की सुनवाई नहीं हो रही पर सिद्धू बोले कि बिजली और रेत वाला मामला उन्हीं के कहने पर सुना गया है। कई महीनों से वह बिजली के दाम कम करने और रेत का प्राइस फिक्स करने की बात कर रहे थे, लेकिन अब सीएम चन्नी के आने के बाद यह संभव हो पाया है। हमें अब लोगों के बीच जाना है और नई सरकार को बने भी 70 दिन हो गए है। उन्हों ने ने पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान सुनील जाखड़ पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि जो पहले प्रधान अब ट्वीट डालने में व्यस्त हैं। उन्होंने तो कभी यह मामले नहीं उठाए।
किसानों के संघर्ष को राजनीति से दूर रखने की ज़रूरत
सिद्धू ने किसानों के संघर्ष को सामाजिक आंदोलन कहा। शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजलि दी। किसानों ने सरकार को झुका दिया। सिद्धू ने कहा कि इस आंदोलन को राजनीति से दूर रखना चाहिए। पगड़ी संभाल जट्टा आंदोलन के बाद इस संघर्ष को लोग हमेशा याद रखेंगे। सिद्धू ने कहा कि इसकी असली जीत कब होगी, जिस दिन यह सामाजिक आंदोलन किसानों की आर्थिक ताक़त बनेगा।