The News Air- (नई दिल्ली) पंजाब के बुर्ज़ जवाहर सिंह वाला से श्री गुरु ग्रंथ साहिब की चोरी व बेअदबी होने के मामले की जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) द्वारा सम्मन देने के बावज़ूद डेरा सच्चा सौदा के पदाधिकारी पेश नहीं हुए हैं। डेरा के प्रबंधक पीआर नायन की तरफ़ से मेडिकल भेजा गया है, जबकि चेयरपर्सन विपासना इंसां की तरफ़ से कोई जानकारी नहीं दी गई है। अब SIT की तरफ़ से उन्हें तीसरी बार सम्मन जारी किया जाएगा। अगर वह फिर भी पेश नहीं होते हैं तो उनके ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई की जाएगी। SIT के प्रमुख IG एसपीएस परमार ने बताया कि इससे पहले भी दो बार सम्मन देकर बुलाया गया है अगर वह नहीं आते हैं तो मजबूरन पुलिस कार्रवाई करनी होगी।
बता दें कि पंजाब के फरीदकोट में बुर्ज़ जवाहर सिंह वाला से पवित्र श्री गुरु ग्रंथ साहिब चोरी होने और बेअदबी की साज़िश रचने के मामले की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) जांच कर रही है। SIT ने मामले में डेरा सच्चा सौदा की चेयरपर्सन विपासना इंसां और प्रबंधक डॉ. पीआर नायन को सम्मन किया था और उन्हें आज IG कार्यालय में पेश होना था।
डेरा प्रमुख ने बेअदबी की घटनाओं में संलिप्तता से किया था इन्कार
SIT ने हरियाणा के रोहतक की सुनारिया जेल में बंद राम रहीम से 9 नवंबर को पूछताछ की थी, जिसमें डेरा प्रमुख ने बेअदबी की घटनाओं में किसी भी तरह की संलिप्तता से इन्कार किया था। उनका दावा था कि डेरा में कामकाज देखने या निर्णय लेने में उनकी कोई भूमिका नहीं थी।
SIT ने डेरा सच्चा सौदा के चेयरपर्सन और प्रबंधक को सम्मन दिया
उनकी भूमिका “सत्संग” करने और डेरा अनुयायियों को उपदेश देने तक सीमित थी। इसलिए बेअदबी की घटनाओं में आगे की जांच के लिए SIT ने चेयरपर्सन और प्रबंधक को सम्मन दिया है। आरोप है कि सिरसा के डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय में बेअदबी की घटनाओं की साज़िश रची गई और डेरा सदस्यों द्वारा कथित तौर पर इसे अंजाम दिया गया। इसके आधार पर डेरा प्रमुख को जुलाई 2020 में बेअदबी की घटनाओं में मुख्य आरोपी बनाया गया था।
SIT ने की थी राम रहीम से पूछताछ
नवंबर माह की शुरुआत में SIT प्रमुख एसपीएस परमार, SSP मुखविंदर भुल्लर ने सुनारिया जेल में हत्या और दुष्कर्म के मामले में सज़ा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम से पूछताछ की थी। इस दौरान डेरा प्रमुख ने पुलिस को सवालों के संतोषजनक जवाब नहीं दिए थे। उसके द्वारा यह कहने पर कि डेरे में कामकाज के फ़ैसले प्रबंधक कमेटी द्वारा लिए जाते थे, इसलिए डेरे की प्रबंधक कमेटी को जांच में शामिल होने के लिए बुलाया गया है।
6 साल पुराना गुरु ग्रंथ साहिब की चोरी का मामला
बुर्ज़ जवाहर सिंह वाला से श्री गुरु ग्रंथ साहिब की चोरी का मामला 1 जुलाई 2015 का है। फरीदकोट ज़िले में बरगाड़ी से 5 किलोमीटर दूर स्थित गांव बुर्ज़ जवाहर सिंहवाला के गुरुद्वारे से गुरु ग्रंथ साहिब का पावन स्वरूप चोरी हो गया था। इसके बाद 24 सितंबर 2015 को बरगाड़ी में गुरुद्वारे के पास हाथ से लिखे दो पोस्टर लगे मिले।
गलियों में पावन स्वरूप के अंग बिखरे मिले थे
आरोप है कि पंजाबी भाषा में लिखे इन पोस्टरों में अभद्र भाषा इस्तेमाल की गई और पावन स्वरूपों की चोरी में डेरा सच्चा सौदा का हाथ होने की बात भी लिखी गई। 12 अक्टूबर 2015 को बुर्ज़ जवाहर सिंहवाला की गलियों में पावन स्वरूप के अंग बिखरे मिले। 14 अक्टूबर को फरीदकोट के गांव बहबलकलां में धरना दे रही संगत को हटाने के दौरान पुलिस द्वारा की गई फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई। उसी दिन कोटकपूरा में भी धरना लगाकर बैठे सिख समुदाय के लोगों पर पुलिस ने लाठीचार्ज और फायरिंग की।
अब तक 5 की गिरफ़्तारी
बुर्ज़ जवाहर सिंहवाला से पावन स्वरूप चोरी होने और बहबलकलां व कोटकपूरा में हुए गोलीकांड को लेकर पुलिस ने साल 2015 में 3 अलग-अलग एफआईआर दर्ज़ की थी। इनमें पांच डेरा प्रेमियों रणदीप सिंह उर्फ नीला, रणजीत सिंह, बलजीत सिंह, निशान सिंह और नरिंदर कुमार शर्मा को गिरफ़्तार किया गया, जो अब ज़मानत पर चल रहे हैं। डेरा सच्चा सौदा की नेशनल कमेटी के 3 सदस्य संदीप बरेटा, प्रदीप कलेर और हर्ष धूरी के ख़िलाफ़ लुकआउट नोटिस जारी किए गए। इन तीनों का आज तक कोई सुराग नहीं लगा। 6 जुलाई 2019 को डेरा प्रमुख को बुर्ज़ जवाहर सिंहवाला से पावन स्वरूप चोरी होने के मामले में बाजाखाना थाने में दर्ज़ एफआईआर नंबर-62 में नामज़द कर लिया गया और अब इसी केस में डेरा प्रमुख को पूछताछ के लिए प्रोडक्शन वारंट पर लिया गया है।
CBI समेत 3 SIT कर चुकी जांच
साल 2015 में बेअदबी का मामला गर्मा गया और 2017 के पंजाब विधानसभा के चुनाव में यह सबसे बड़ा मुद्दा बना। अब तक इस मामले की जांच CBI के अलावा पंजाब पुलिस की तीन अलग-अलग SIT कर चुकी हैं, लेकिन बेअदबी करने वाले असल दोषियों के नाम सामने नहीं आ पाए हैं। अब पंजाब सरकार की SIT ने इस मामले में पहली बार पूछताछ के लिए राम रहीम का प्रोडक्शन वारंट मांगा था।