Sunita Williams Update – भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) और उनके साथी विल्मोर बुच (Wilmore Butch) 19 मार्च को धरती पर लौटने वाले हैं। दोनों पिछले 9 महीनों से अंतरिक्ष में ‘फंसे’ हुए थे। दरअसल, वे पिछले साल जून में सिर्फ एक हफ्ते के मिशन के लिए गए थे, लेकिन बोइंग स्टारलाइनर (Boeing Starliner) में आई तकनीकी खामी के कारण वे लंबे समय तक अंतरिक्ष में ही रह गए। अब, नासा (NASA) की मदद से एलन मस्क (Elon Musk) की कंपनी स्पेसएक्स (SpaceX) दोनों को सुरक्षित पृथ्वी पर लाने जा रही है।
Sunita Williams ने कहा- ‘मैं उस चिंगारी को खोना नहीं चाहती’
अंतरिक्ष में बिताए गए 9 महीनों के अनुभव को साझा करते हुए Sunita Williams ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “धरती पर लौटने के बाद मुझे सबकुछ मिस होगा।” उन्होंने आगे कहा, “यह बुच और मेरी ISS (International Space Station) की तीसरी उड़ान थी। हमने इसे बनाने में मदद की और समय के साथ इसके बदलाव भी देखे। यहां रहकर हमें एक अनूठा दृष्टिकोण मिलता है—न केवल खिड़की से बाहर देखने से, बल्कि समस्याओं को हल करने के तरीके से भी। मैं इस प्रेरणा और दृष्टिकोण की उस चिंगारी को खोना नहीं चाहती, इसलिए मुझे इसे किसी तरह बनाए रखना होगा।”
अंतरिक्ष में अनिश्चितता सबसे बड़ी चुनौती
बिजनेस स्टैंडर्ड (Business Standard) की रिपोर्ट के अनुसार, सुनीता विलियम्स ने बताया कि अंतरिक्ष में रहना एक रोमांचक अनुभव था, लेकिन सबसे कठिन चुनौती यह थी कि हमें यह नहीं पता था कि हम कब वापस लौटेंगे। उनके अनुसार, यह स्थिति एक रोलरकोस्टर राइड की तरह थी—जहां हर दिन एक नया मिशन था, लेकिन परिवारों और समर्थकों के लिए यह काफी कठिन समय था।
Sunita Williams सबसे ज्यादा किससे मिलने के लिए उत्साहित हैं?
सुनीता विलियम्स ने बताया कि वह अपने लैब्राडोर रिट्रीवर्स (Labrador Retrievers) से मिलने के लिए सबसे ज्यादा उत्साहित हैं। उन्होंने कहा, “हम हर दिन वही कर रहे हैं जो हमें करना है, लेकिन अंतरिक्ष में रहने का अनुभव हमेशा अनोखा और मजेदार होता है।”
SpaceX का मिशन कैसे करेगा Sunita Williams और Wilmore Butch को वापसी में मदद?
सुनीता और विल्मोर का मिशन बोइंग स्टारलाइनर (Boeing Starliner) के जरिए शुरू हुआ था, लेकिन उसमें आई तकनीकी खामी के कारण स्पेसक्राफ्ट को बिना किसी अंतरिक्ष यात्री के ही धरती पर लौटना पड़ा। इसके बाद नासा (NASA) ने उनकी सुरक्षित वापसी के लिए स्पेसएक्स (SpaceX) से मदद ली। अब, स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट (Crew Dragon Spacecraft) के जरिए दोनों को 19 मार्च को धरती पर लाया जाएगा।
इस मिशन की सफलता अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में एक बड़ा मील का पत्थर साबित होगी और यह दिखाएगा कि निजी अंतरिक्ष कंपनियां जैसे SpaceX, भविष्य में भी नासा के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।