नई दिल्ली, 8 जून
Punjab Congress Crisis: पिछले काफ़ी समय से पंजाब कांग्रेस में चल रहे कलह को ख़त्म करने के लिए पंजाब के लिए गठित पार्टी पैनल राज्य में राजनीतिक उथल-पुथल पर अपनी रिपोर्ट देने के लिए अब तैयार है। सूत्रों के हवाले से मिली ख़बर के अनुसार हो सकता है कि यह मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को हटाने की सिफ़ारिश न करे, हालांकि गठित पार्टी पैनल के सदस्य संगठन में बदलाव के बारे में बिल्कुल चुप्प हैं, परन्तु सूत्रों का कहना है कि अगर सुनील जाखड़ को मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर बदलना ही है तो राज्य इकाई का नेतृत्व करने के लिए पैनल द्वारा एक गैर-सिख सदस्य की सिफ़ारिश की जा सकती है।
वहीं क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिद्धू का भाग्य अभी भी स्पष्ट नहीं है, परन्तु कैप्टन अमरिंदर सिंह के विरोध के बावज़ूद पंजाब कैबिनेट में उपमुख्यमंत्री पद के लिए उनकी सिफ़ारिश की जा सकती है। पिछले सप्ताह राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडग़े, कांग्रेस के पंजाब प्रभारी हरीश रावत और पूर्व सांसद जे. पी. अग्रवाल की अध्यक्षता वाले पैनल ने पार्टी के सभी पक्षों से मुलाक़ात की है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह 3 सदस्यीय कांग्रेस पैनल से मिले।
बैठक के उपरांत कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, ” बैठक अगले वर्ष की शुरूआत में होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों पर चर्चा करने के लिए थी। यह हमारी पार्टी की अंदरूनी चर्चा है और मैं इन्हें आपके साथ साँझा नहीं कर सकता।”
पंजाब कांग्रेस में दरार राज्य के पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के साथ परगट सिंह की ओर से मुख्यमंत्री के ख़िलाफ़ मोर्चा खोलने के बाद सामने आई थी।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) को पंजाब के नेताओं की शिकायतों को सुनने के लिए एक समिति गठित करने के लिए मजबूर होना पड़ा, जब सिद्धू के नेतृत्व वाले एक समूह ने राज्य नेतृत्व में बदलाव का सुझाव दिया। हालांकि सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कैप्टन अमरिंदर सिंह को बदलने (रिप्लेस) पर अभी कोई चर्चा नहीं हुई है।
कांग्रेस नवजोत सिद्धू को शांत करना चाहती है और बिना किसी बड़े बदलाव करके, कुछ मामूली समायोजन करके उन्हें पार्टी में बनाए रखना चाहती है। पैनल पहले ही कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ इस मुद्दे पर चर्चा कर चुका है, इसके अलावा पंजाब के पार्टी सांसदों और पूर्व राज्य इकाई प्रमुखों से भी मुलाक़ात कर चुका है। साल 2015 की बेअदबी मामले सहित विभिन्न मुद्दों पर अमरिंदर सिंह पर निशाना साधने वाले असंतुष्ट कांग्रेस नेता नवजोत सिद्धू ने भी कांग्रेस पैनल से मुलाक़ात की और अपने विचार पेस किए थे।
बैठक के उपरांत पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा था, मैं यहां पार्टी आलाकमान के आह्वान पर आया हूं और मैंने ज़मीनी स्तर से लोगों की आवाज़ पार्टी के समक्ष रखी है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा था कि हर पंजाबी को पंजाब की प्रगति में एक हिस्सेदार बनाया जाना चाहिए।