नई दिल्ली 29 जून, (The News Air)
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने मंगलवार शाम को कहा कि उनकी नवजोत सिद्धू (Navjot Singh Siddhu) के साथ कोई बैठक नहीं है। इसके बाद वो अपनी मां सोनिया गांधी से मिलने 10 जनपथ चले गए। दरअसल नवजोत सिंह सिद्धू आज दिल्ली पहुंच चुके हैं और माना जा रहा था कि उनकी मुलाक़ात राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से हो सकती है।
ज़िक्रयोग्य है कि सोमवार को सिद्धू ने ख़ुद यह दावा किया था कि मंगलवार 29 जून को उनकी दिल्ली में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ मीटिंग है।
इसी आधार पर मीडिया में ख़बरें चल रही थी और आज नवजोत सिद्धू को पंजाब के कुछ चैनलों ने अपनी पटियाला स्थित रिहायश से निकलते हुए और दिल्ली जाने के लिए कार में सवार होते दिखाया और दावा किया कि वह दिल्ली जा रहे हैं।
नवजोत सिद्धू के इस दौरे और आज की मीटिंग को बहुत महत्वपूर्ण और निर्णायक माना जा रहा था और सभी मीडिया की निगाहें इसी की ओर लगी हुई थीं।
इसी दौरान दो बहुत ही ज़िम्मेदार चैनलों की मानें तो राहुल गांधी ने ख़ुद कहा है कि उनकी आज नवजोत सिंह सिद्धू के साथ कोई मीटिंग नहीं थी। एक चैनल ने तो यह दावा किया है कि जब अपने घर से आज शाम राहुल गांधी व सोनिया गांधी के घर के लिए रवाना हुए तो उन्होंने कहा कि ‘नौ मीटिंग विद सिद्धू ’।
उधर दूसरी ओर यही ख़बर एक ओर मीडिया हाऊस की ओर से भी चलाई गई है कि आज कोई मीटिंग ही नहीं थी, हालांकि यह ख़बर सूत्रों के हवाले से चलाई गई है।
इसी दौरान राहुल गांधी और नवजोत सिद्धू की बातचीत को कवर करने के लिए पहुंचे एक पत्रकार ने दावा किया कि सिद्धू की टीम ने पहले कहा कि सिद्धू पानीपत तक पहुंच गए हैं, परन्तु वह आए नहीं। इस पत्रकार ने यह भी दावा किया कि बाद में उनको बताया गया कि सिद्धू अकेले ही अपनी गाड़ी में सुरक्षा आदि के बिना कहीं ओर ही गए हैं परन्तु आज उनकी राहुल गांधी के साथ कोई मुलाक़ात नहीं हुई और यह बात उन्होंने राहुल गांधी के मुंह से ख़ुद सुनी है कि आज सिद्धू के साथ कोई मीटिंग तय नहीं थी।
ज़िक्रयोग्य है कि कांग्रेस प्रधान सोनिया गांधी की ओर से बनाई गई तीन सदस्यता समिति के सामने सिद्धू और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह समेत पंजाब के कई मंत्री, विधायक और संसद सदस्यों समेत अन्य अहम नेता पेश हो चुके हैं।
अब यह समझा जा रहा था कि राहुल गांधी नवजोत सिंह सिद्धू के साथ मुलाक़ात करेंगे और यह भी कहा जा रहा था कि इसके बाद ही मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के साथ भी मुलाक़ात करके कांग्रेस में चल रहे कलह का कोई हल निकाला जा सकता है।
दरअसल सिद्धू ने पंजाब सीएम अमरिंदर सिंह के ख़िलाफ़ बग़ावत के सुर लगातार जारी रखे हैं। एक सप्ताह पहले एक मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि कैप्टन अमरिंदर के मुताबिक़ सारे फ़साद की जड़ सिद्धू ही हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक़- कैप्टन ने कहा कि सिद्धू के साथ उन्होंने कई बार मतभेद मिटाने की कोशिश की लेकिन वे ख़ुद ही सारे दरवाज़े बंद करने पर आमादा हैं।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि कैप्टन ने यह भी कहा कि इन हालात में सिद्धू को कोई भी पद नहीं दिया जा सकता. उधर पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने कहा था कि सिद्धू अपने स्टाइल में बैटिंग कर रहे हैं। रावत ने पंजाब कांग्रेस में बड़े फेरबदल का संकेत भी दिया था।
राहुल गांधी की नाराज़गी!- बताया जा रहा है कि सिद्धू की बयानबाज़ी से कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी नाराज़ हैं। उन्होंने पार्टी के नेताओं का हिदायत दी है कि वे इस तरह की बयानबाज़ी न करें जिससे पार्टी को नुक्सान हो। उन्होंने कहा कि यदि किसी को नाराज़गी है तो वह अपना पक्ष पंजाब प्रभारी या कांग्रेस हाईकमान के समक्ष रख सकता है।
कमेटी नहीं निकला पाई हल- ऐसे क़यास हैं कि पंजाब में जारी राजनीतिक रस्साकशी को विराम देने के लिए पार्टी आलाकमान की ओर से सिद्धू के साथ चर्चा की जा सकती है। राज्य में हुए राजनीतिक विवाद के लिए पार्टी लीडरशिप की तरफ़ से एक कमेटी भी बनाई गई थी। लेकिन अभी कोई हल नहीं निकल सका है।
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