Pakistan Train Hijack – पाकिस्तान के बलूचिस्तान (Balochistan) प्रांत में ट्रेन हाईजैक की घटना को 24 घंटे से ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन पाकिस्तान सरकार अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठा पाई है। बलूच आतंकियों (Baloch Militants) द्वारा की गई इस बड़ी वारदात के बाद पाकिस्तान की शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) सरकार अब भारत (India) पर आरोप लगा रही है।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के राजनीतिक सलाहकार राणा सनाउल्लाह (Rana Sanaullah) ने दावा किया कि इस पूरी साजिश के पीछे भारत का हाथ है। पाकिस्तानी टीवी चैनल डॉन (Dawn) से बातचीत में सनाउल्लाह ने कहा, “हां, भारत कर रहा है, इसमें कोई शक नहीं है। अफगानिस्तान (Afghanistan) में आतंकियों को सुरक्षित ठिकाना मिला हुआ है। तालिबान (Taliban) के सत्ता में आने के बाद हमलों की संख्या बढ़ गई है।”
पाकिस्तानी सेना का ऑपरेशन जारी, 27 आतंकी ढेर
पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 27 बलूच आतंकवादियों को मार गिराने का दावा किया है। सेना ने 155 यात्रियों को बचाने में सफलता पाई, जबकि 37 यात्री घायल हो गए। सुरक्षा बलों के अनुसार, घायल यात्रियों को चिकित्सा सुविधा दी जा रही है।
यह ट्रेन हाईजैक बलूचिस्तान के बोलान (Bolan) इलाके में हुआ, जहां क्वेटा (Quetta) और सिबी (Sibi) के बीच लगभग 100 किलोमीटर लंबा पहाड़ी क्षेत्र है। इस इलाके में 17 सुरंगें हैं, जिनसे होकर रेलवे पटरी गुजरती है। दुर्गम क्षेत्र होने के कारण यहां ट्रेन की रफ्तार धीमी रहती है, जिसका फायदा आतंकियों ने उठाया।
Pakistan कर सकता है Airstrike!
सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान सरकार अब बलूच आतंकियों के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक (Airstrike) करने की योजना बना रही है। पाकिस्तानी सेना पहले ही इस ऑपरेशन में कई जवान खो चुकी है, जिससे सरकार पर दबाव बढ़ गया है।
हालांकि, पाकिस्तान की जनता और विपक्षी पार्टियां सरकार की नाकामी पर सवाल उठा रही हैं। ऐसे में भारत पर आरोप लगाकर शहबाज सरकार इस असफलता से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है।
क्या भारत से भिड़ने की हिम्मत रखता है Pakistan?
विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान सरकार की यह नई रणनीति सिर्फ अपनी नाकामी छिपाने के लिए है। पाकिस्तान लंबे समय से भारत पर झूठे आरोप लगाकर अपनी आंतरिक समस्याओं से बचने की कोशिश करता रहा है।
बलूच आतंकियों के हमले को रोकने में विफल रहने के बाद पाकिस्तान अब यह दिखाने की कोशिश कर रहा है कि इसके पीछे बाहरी ताकतों का हाथ है। लेकिन हकीकत यह है कि बलूचिस्तान में अलगाववाद की आग खुद पाकिस्तान की नीतियों की वजह से भड़की हुई है।
अब देखना होगा कि पाकिस्तान इस मुद्दे पर क्या कदम उठाता है और क्या वाकई बलूच आतंकियों के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई कर पाता है या नहीं।