Illegal Immigration – अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश करने की कोशिश करने वाले भारतीयों का पहला बड़ा जत्था वापस भारत लौटा है। बुधवार को Amritsar Airport (अमृतसर हवाई अड्डा) पर 104 अवैध प्रवासियों को अमेरिकी सैन्य विमान से लाया गया। इनमें Punjab (पंजाब), Haryana (हरियाणा), Gujarat (गुजरात), Maharashtra (महाराष्ट्र) और Uttar Pradesh (उत्तर प्रदेश) सहित कई राज्यों के लोग शामिल थे। ये सभी ‘डंकी रूट’ के जरिए अमेरिका पहुंचे थे, लेकिन पकड़े जाने के बाद निर्वासित कर दिए गए।
हथकड़ी-बेड़ियों में किया गया निर्वासन
गुरदासपुर के Hardorwal (हरदोरवाल) गांव के रहने वाले 36 वर्षीय Jaspal Singh (जसपाल सिंह) ने बताया कि उन्हें 24 जनवरी को अमेरिकी सीमा पार करने के बाद US Border Patrol (यूएस बॉर्डर पेट्रोल) ने गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद उन्हें 11 दिनों तक हिरासत में रखा गया और फिर भारत भेज दिया गया। जसपाल ने कहा, “पूरे सफर के दौरान हमें हथकड़ी और पैरों में बेड़ियां पहनाई गईं। जब अमृतसर पहुंचे, तब जाकर इन्हें हटाया गया।”
42 लाख खर्च, लेकिन मिला धोखा
जसपाल ने बताया कि उन्हें एक ट्रैवल एजेंट ने धोखा दिया। एजेंट ने उनसे वादा किया था कि वह उन्हें कानूनी तरीके से अमेरिका भेजेगा, लेकिन उन्हें अवैध तरीके से सीमा पार करने के लिए मजबूर किया गया। “मैंने एजेंट को 30 लाख रुपये दिए थे, लेकिन उसने मुझे धोखा दिया और मुझे अवैध रूप से अमेरिका भेजा,” जसपाल ने कहा।
होशियारपुर के Tahli Village (टाहली गांव) के रहने वाले Harwinder Singh (हरविंदर सिंह) ने बताया कि उन्होंने इस सफर में 42 लाख रुपये खर्च किए। उनके ट्रैवल एजेंट ने उन्हें पहले Qatar (कतर), फिर Brazil (ब्राजील), Peru (पेरू), Colombia (कोलंबिया), Panama (पनामा), Nicaragua (निकारागुआ) और अंत में Mexico (मैक्सिको) पहुंचाया। वहां से उन्हें अमेरिका भेजने की कोशिश की गई, लेकिन वे पकड़े गए।
डंकी रूट की खतरनाक सच्चाई
हरविंदर ने बताया कि अमेरिका पहुंचने के लिए उन्होंने खतरनाक पहाड़ियां पार कीं और समुद्र में यात्रा की। “हमने 18 पहाड़ियां पार कीं, रास्ते में लाशें देखीं। कई लोग भूख-प्यास से मर गए। अगर कोई गिर जाता, तो उसे मरने के लिए छोड़ दिया जाता था,” उन्होंने कहा।
एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि उनकी नाव समुद्र में डूबने वाली थी, लेकिन वे किसी तरह बच गए। “हमें 15 घंटे नाव में यात्रा करनी पड़ी और 40-45 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा। अगर कोई घायल हो जाता, तो उसे वहीं छोड़ दिया जाता,” उन्होंने कहा।
अमेरिका जाने का सपना बना बुरा सपना
अमेरिका जाने के लिए भारतीय प्रवासी ‘डंकी रूट’ अपनाते हैं, जिसमें उन्हें Italy (इटली) और फिर Latin America (लैटिन अमेरिका) भेजा जाता है। वहां से उन्हें जंगलों, पहाड़ों और नदियों के रास्ते अवैध रूप से अमेरिका भेजने की कोशिश की जाती है। यह सफर बेहद खतरनाक होता है और कई लोग इसमें अपनी जान तक गंवा देते हैं।
क्या सबक मिला?
अमेरिका द्वारा निर्वासित किए गए ये प्रवासी अब अपने घर लौट आए हैं, लेकिन उनका सपना टूट चुका है। उन्होंने बताया कि ट्रैवल एजेंट्स पैसे लेकर उन्हें धोखा देते हैं और अवैध रूप से भेजते हैं।
अब भारतीय सरकार और एजेंसियां इस मुद्दे पर सख्त हो रही हैं। अवैध प्रवास को रोकने के लिए कड़े कानून बनाए जा रहे हैं, ताकि लोग इस खतरनाक सफर में अपनी जान न गंवाएं।