The News Air – पंजाब की सियासी ज़मीन जोतने के लिए किसानों ने कमर कस ली है। किसान अब एकजुटता की ओर बढ़े हैं। बलबीर सिंह राजेवाल की अगुवाई वाले संयुक्त समाज मोर्चा और अभी तक अलग चुनाव लड़ने जा रहे गुरनाम सिंह चढूनी ने तालमेल कमेटी का गठन किया है। कमेटी सभी किसान संगठनों को इकट्ठा करेगी। साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल रहे संगठनों, जो फ़िलहाल राजनीति से अलग हैं, से भी तालमेल बैठाएगी। चंडीगढ़ के किसान भवन में हुई किसानों की बैठक में सर्वसम्मति से कमेटी के गठन का फ़ैसला लिया गया।
किसान भवन में बलवीर सिंह राजेवाल और गुरनाम सिंह चढूनी के नेतृत्व में हुई बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि दोनों धड़ों को टिकटों का आवंटन तालमेल कमेटी के सहयोग से किया जाएगा। मीटिंग के बाद चढूनी को भी प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी थी लेकिन उन्होंने इसे रद्द कर दिया। संयुक्त समाज मोर्चा के प्रमुख बलबीर सिंह राजेवाल ने बैठक में हुए फ़ैसलों के बारे में पत्रकारों को जानकारी दी।
राजेवाल ने बताया कि विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र टिकटों के आवंटन, मैनिफेस्टो इत्यादि को लेकर तीन कमेटियों का गठन किया है। टिकट के लिए आवेदन करना सबका लोकतांत्रिक अधिकार है। उन्होंने कहा कि आए आवेदनों में से अच्छे उम्मीदवारों को छँटनी कर निकालने के लिए स्क्रूटनी कमेटी बनाई गई है। पार्लियामेंटरी बोर्ड का भी गठन किया है।
लुधियाना में रहेगा पार्टी का मुख्यालय
राजेवाल ने कहा कि पार्टी का मुख्यालय लुधियाना में ही होगा। चढूनी के बारे में पूछे सवाल पर उन्होंने कहा कि हमारा सभी का एक परिवार है। सभी इकट्ठे हैं। यदि नहीं भी हैं तो समय के साथ फिर से एक बार इकट्ठा हो जाएंगे और पंजाब को करप्ट पॉलिटिक्स से मुक्ति दिलाएंगे। संयुक्त समाज मोर्चा का गठन ही पंजाब को बचाने के लिए किया गया है।
आम आदमी पार्टी से गठबंधन से इनकार
मोर्चा की लड़ाई पंजाब के भ्रष्ट सिस्टम के ख़िलाफ़ है। राजेवाल ने कहा कि मोर्चा चुनावों में पैसा, शराब और नशा बांट कर लोगों को भरमाने वालों के ख़िलाफ़ लड़ाई लड़ेगा। पॉलिटिकल करप्शन ने पंजाब को बर्बाद कर दिया है। चुनाव में गँठबंधन पर उन्होंने कहा कि अभी तक इस पर विचार नहीं किया है। आम आदमी पार्टी से गठबंधन चर्चाओं पर उन्होंने कहा कि इसमें कोई सच्चाई नहीं है। हमने किसी से भी गँठबंधन के लिए अप्रोच नहीं किया।
मुख्यमंत्री पर फ़ैसला चुनाव के बाद
मुख्यमंत्री के चेहरे पर राजेवाल ने कहा कि CM कौन बनेगा इसका फ़ैसला जीतने के बाद किया जाएगा। हालांकि कॉन्फ्रेंस में बैठे अन्य नेताओं ने राजेवाल चुनाव में हमारे प्रमुख हैं कहकर कई संकेत दिए। राजेवाल ने कहा कि दो-तीन दिन में संयुक्त समाज मोर्चा अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर देगा और हफ्तेभर में सारे उम्मीदवार मैदान में उतार दिए जाएंगे। चुनाव में सारे किसान नेता को ही उतारने के सवाल पर राजेवाल ने कहा कि संयुक्त मोर्चा में हर वर्ग को लिया जाएगा। इसमें सभी किसान नहीं बल्कि सभी वर्गों के लोग शामिल होंगे।
दुर्भाग्यपूर्ण, भाजपा खाई डालने की कोशिश कर रही
राजेवाल से प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि यह सुरक्षा एजेंसियों की चूक थी। इनमें किसानों की कोई भूमिका नहीं थी। उन्होंने कहा कि मामले को लेकर जिस तरह से कड़वाहट पैदा करने वाली बातें भारतीय जनता पार्टी कर रही है, यह ठीक नहीं है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारतीय जनता पार्टी पंजाब के लोगों में फूट डालकर तोड़ने की कोशिश कर रही है। पंजाब एक ऐसा राज्य है जहां पर सबका घी-खिचड़ी वाला रिश्ता है। यहां पर लोगों में आपसी इत्तेफाक है और सभी लोग आपस में मिलकर रहते हैं।
आंदोलन में इकट्ठे, अब अलग-थलग
बता दें कि जब दिल्ली का मोर्चा फ़तेह करने के बाद किसान पंजाब लौटे तो पूरी तरह से उत्साहित थे। उन्होंने पंजाब की सियासत की ज़मीन जोतने के लिए बलवीर सिंह राजेवाल के नेतृत्व में संयुक्त किसान मोर्चा की तरह संयुक्त समाज मोर्चा नामक पार्टी बना ली। गुरनाम सिंह चढूनी दिल्ली आंदोलन के दिनों से ही पंजाब में अपनी सियासी ज़मीन तैयार कर रहे थे। इसका दंश उन्हें किसान मोर्चे से सस्पेंड रहकर झेलना पड़ा था। संयुक्त समाज मोर्चा बना तो किसान संगठन आपस में बँट गए। कुछ ने सियासत में किसी का भी साथ न देने की बात कही। चढूनी अपनी पार्टी के साथ पंजाब में किस्मत आज़मा रहे हैं, राजेवाल जो पहले राजनीति में न आने की बातें करते थे, अब किसानों के दम पर राज्य में मुख्यमंत्री बनने की राह देख रहे हैं।