चंडीगढ़, 15 दिसंबर (The News Air) राज्य में स्वास्थ्य कौशल विकास केन्द्रों ( एच. एस. डी. सीज.) की सही प्रयोग को यकीनी बनाने के लिए पंजाब के रोजग़ार सृजन, कौशल विकास और प्रशिक्षण मंत्री श्री अमन अरोड़ा ने आज विभाग के अधिकारियों को एच. एस. डी. सीज के कामकाज को और अधिक सुचारू बनाने के लिए सभी सम्बन्धित पक्षों को शामिल करके एक उचित योजना बनाने के लिए एक समिति गठित करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र के बदलते रूझानों के अनुसार स्वास्थ्य कौशल विकास केन्द्रों में कोर्स शुरू करने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान, बाबा फऱीद यूनिवर्सिटी ऑफ हैल्थ साइंसेज़, पंजाब मेडिकल कौंसिल ( पी. एम. सी.) और पंजाब कौशल विकास मिशन के सम्मिलन वाली समिति बनाई जाये।
कैबिनेट मंत्री श्री अरोड़ा आज यहाँ पंजाब भवन में हिस्सेदार विभागों, प्रशिक्षण पार्टनजऱ् ( टी.पीज), नेशनल स्किल डिवैल्पमैंट कॉरपोरेशन ( एन. एस. डी. सी.) और उद्योगों के प्रतिनिधियों के सहयोग के साथ राज्य द्वारा बनाई जा रही अपनी कौशल प्रशिक्षण स्कीम के बारे में विचार-विमर्श के लिए बुलाई गई मीटिंग की अध्यक्षता कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा कौशल प्रशिक्षण के साथ लोगों को रोजग़ार प्राप्त करने के समर्थ बनाने के लिए अपनी कौशल प्रशिक्षण स्कीम बनाई गई है, जिसकी रूप-रेखा तैयार हो गई है। उन्होंने आगे बताया कि यह स्कीम कॉलेजों, आई.टी.आईज़., पॉलीटेक्निक संस्थाओं के विद्यार्थियों को रोजग़ार हासिल करने की क्षमता में वृद्धि करने के अलावा उनके सॉफ्ट और लाईफ़ स्किल बढ़ाने में मदद करेगी और नौकरियों की तलाश कर रहे बेरोजगार उम्मीदवारों को योग्यता के अनुसार नौकरी के अवसर प्रदान करेगी।
इस मीटिंग के दौरान इस प्रस्तावित स्कीम के उद्देश्यों, उम्मीदवारों की योग्यता, स्कीम की निगरानी और मुल्यांकन, लाभार्थी मापदंड और इसको लागू करने संबंधी विचार-विमर्श किया गया।
इस मीटिंग में अन्यों के अलावा प्रमुख सचिव रोजग़ार सृजन, कौशल विकास और प्रशिक्षण श्रीमति जसप्रीत तलवाड़, डायरैक्टर श्रीमति अमृत सिंह, सहायक डायरैक्टर ऐसोचैम, पंजाब श्री अंशुमाली बाजपायी, सी.ई.ओ. मैसर्ज सन फाउंडेशन (ट्रेनिंग पार्टनर) श्री गुरबीर सिंह, उच्चशिक्षा विभाग से नज्ज फैलो श्री कुमुद झा, रोजग़ार सूजन विभाग से नज्ज फैलो श्री सौरभ साहा और तकनीकी शिक्षा, इंडस्ट्री, उच्च शिक्षा, स्कूल शिक्षा विभागों के सीनियर अधिकारी भी मौजूद थे।