चंडीगढ़: दिल्ली हिंसा के आरोपियों को 2-2 लाख रुपए की वित्तीय मदद पर सियासी बवाल मच गया है। CM चरणजीत चन्नी ने शुक्रवार को इसकी घोषणा की थी। इसके बाद पंजाब भाजपा ने मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कहा कि इस मदद से साफ़ है कि दिल्ली में हिंसा और लाल क़िले पर हुई घटना कांग्रेस की ही साज़िश थी।
उन्होंने PM नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मांग की कि इसमें कांग्रेस नेताओं की भूमिका राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) से जांच कराई जाए। आख़िर लाल क़िले पर हिंसा की पूरी साज़िश किसने रची थी।
कांग्रेस स्पॉन्सर्ड थी दिल्ली हिंसा
पंजाब भाजपा के महासचिव सुभाष शर्मा ने कहा कि 2 लाख रुपए देना निंदनीय है। गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुई हिंसा ने पूरे देश को शर्मसार किया। अब कांग्रेस ने इस बात को उजागर कर दिया है कि यह हिंसा कांग्रेस स्पॉन्सर्ड थी। उन्होंने कहा कि सीएम चन्नी को पंजाब की जनता के टैक्स के पैसा देश विरोधियों को देने का कोई अधिकार नहीं है।
कांग्रेस क्या देश विरोधियों के साथ है?
CM चन्नी चाहें तो ज़ेब से मुआवज़ा दें। उन्होंने कांग्रेस से जवाब मांगा कि वह बताएं कि वह देश के साथ खड़ी है या फिर देश के विरोधियों को। उन्होंने कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए कि कहीं इसके ज़रिए पंजाब में भाईचारा और शांति के माहौल को ख़राब करने की साज़िश तो नहीं थी।
कोई मुद्दा नहीं मिला किसानों को ज़रिया बनाया : ग्रेवाल
भाजपा नेता हरजीत ग्रेवाल ने कहा कि हम पहले से कह रहे हैं कि मोदी सरकार के ख़िलाफ़ कोई मुद्दा नहीं मिल रहा था। इसलिए कांग्रेस किसानों के कंधों पर ऐसे आरोप लगा रही है। उन्होंने कहा कि अकाली दल क़ानून बनाने वालों में शामिल था।दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने इसे लागू किया।
उन्होंने कहा कि जब सिंघु बॉर्डर पर अनुसूचित जाति के व्यक्ति की हत्या की गई। उसकी बांह और पैर काटकर लटका दिया गया तो CM चन्नी उसका पता लेने और 2 लाख की मदद देने क्यों नहीं गए?।