The News Air- (चंडीगढ़) ड्रग्स केस में नामज़द अकाली नेता बिक्रम मजीठिया को अग्रिम ज़मानत मिलने पर चुनाव से पहले पंजाब में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस इस मुद्दे को चुनाव में नशे के ख़िलाफ़ कार्रवाई के लिए भुना रही थी। हालांकि अब मजीठिया जल्द बाहर आएंगे, जिससे कांग्रेस पर अकाली दल के हमले तेज़ होंगे।
मजीठिया को अग्रिम ज़मानत के मामले पर पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिद्धू ने चुप्पी साध ली। वह मोगा में बॉलीवुड स्टार सोनू सूद की बहन मालविका सूद को कांग्रेस जॉइन करवाने पहुंचे थे। जब सिद्धू से इस बारे में पूछा गया तो वह बिना कुछ कहे मुस्कुराते हुए निकल गए।
वहीं CM चरणजीत चन्नी ने कहा कि मजीठिया को सिर्फ़ अग्रिम ज़मानत मिली है। केस ख़त्म नहीं हुआ है। मजीठिया को बुधवार को इन्वेस्टिगेशन जॉइन करने के लिए कहा गया है।
सिद्धू ठोक रहे थे अपनी पीठ
सिद्धू लंबे समय से बिक्रम मजीठिया पर केस दर्ज़ करने की मांग कर रहे थे। उनकी ज़िद के आगे चन्नी सरकार झुकी और मोहाली स्थित क्राइम ब्रांच पुलिस थाने में केस दर्ज़ कर लिया। इसके बाद सिद्धू लगातार कहते रहे कि नशे के ख़िलाफ़ उन्होंने बड़ी कार्रवाई करवा दी है। सिद्धू ने कहा कि उन्होंने डीजीपी बदलवाया तो यह कार्रवाई हुई। सिद्धू यह भी कहते रहे कि केस दर्ज़ करने की खानापूर्ति नहीं चलेगी बल्कि मजीठिया को गिरफ़्तार करना होगा। हालांकि चन्नी सरकार मजीठिया को नहीं पकड़ सकी।
CM चन्नी AAP पर साधते रहे निशाने
CM चरणजीत चन्नी भी मजीठिया पर केस को अपनी सरकार की उपलब्धि बताते रहे। उन्होंने कहा कि मजीठिया के ख़िलाफ़ केस दर्ज़ करने का क़दम उनकी सरकार ने उठाया। आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने तो माफ़ी मांग ली थी। हालांकि अब मजीठिया को गिरफ़्तार करने में नाकाम रही चन्नी सरकार भी सवालों के घेरे में आ गई है।