The News Air- (नई दिल्ली) बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल (Saina Nehwal) के ट्वीट पर द्विअर्थी कमेंट करने को लेकर साउथ सिनेमा के स्टार सिद्धार्थ कठघरे में आ गए हैं। हालांकि, उनके आपत्तिजनक कमेंट पर साइना ने कोई टिप्पणी नहीं की। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं मालूम है कि उनका (सिद्धार्थ) क्या मतलब था। मैं उन्हें एक अभिनेता के रूप में पसंद करती थी, लेकिन यह अच्छा नहीं था। वह बेहतर शब्दों के साथ अपनी बात कह सकते थे। इस मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग ने सिद्धार्थ को नोटिस भेजा है। आयोग ने सिद्धार्थ पर एफआईआर दर्ज़ करने के आदेश दिए हैं। इस बीच केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने सायना नेहवाल का समर्थन करते हुए कहा – जो लोग ऑनलाइन क़ानूनों का उल्लंघन करते हैं, उन्हें परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने सायना की तारीफ़ करते हुए कहा – जब बेकार के लोग नीचे गिरते हैं तो असली चैंपियन और ऊपर उठते हैं। आपका यह गुण हमेशा बना रहे।
पीएम की सुरक्षा में चूक पर किया था ट्वीट
दरअसल, साइना नेहवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक को लेकर ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था कि अगर प्रधानमंत्री की सुरक्षा पर ही सवाल खड़े हों, तो वह देश अपने आप को सुरक्षित नहीं कह सकता है। पंजाब में जो हुआ, मैं उसकी कड़े शब्दों में निंदा करती हूं। साइना नेहवाल के इसी ट्वीट पर एक्टर सिद्धार्थ ने ट्वीट करते हुए द्विअर्थी शब्दों का इस्तेमाल किया और आगे लिखा कि शेम ऑन यू रिहाना।
सिद्धार्थ ने कहा- अपमान करने की कोशिश नहीं की
एक्टर सिद्धार्थ के इस ट्वीट पर लोगों ने आपत्ति जताई और महिला आयोग को इसकी शिकायत की। विवाद के बाद सिद्धार्थ ने सफ़ाई भी दी और कहा कि उनके शब्द को ग़लत तरीक़े से लिया जा रहा है, किसी का भी अपमान करने की कोशिश नहीं की गई है।
आईटी एक्ट के तहत होगी एफआईआर
सिद्धार्थ की इस हरकत पर राष्ट्रीय महिला आयोग भी सख़्ती के मूड में है। आयोग ने सिद्धार्थ को नोटिस भेजा है। सिद्धार्थ के ख़िलाफ़ आईटी एक्ट के तहत FIR दर्ज़ करने को कहा गया है। महिला आयोग ने ट्विटर को इस ट्वीट को हटाने के लिए और एक्शन लेने के लिए कहा है। महिला आयोग के आदेश के बाद सिद्धार्थ का ट्वीट हटा दिया गया है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने मुंबई पुलिस और ट्विटर से इस मामले में रिपोर्ट माँगी है।
5 जनवरी को पंजाब में हुई थी सिक्योरिटी में चूक
5 जनवरी को प्रधानमंत्री मोदी को पंजाब के बठिंडा से हुसैनीवाला स्थित शहीद स्मारक जाना था। हेलिकॉप्टर के लिए मौसम सही नहीं होने की वजह से उन्होंने सड़क मार्ग से जाने का फ़ैसला किया। वह शहीद स्मारक से 30 किमी दूर थे, कि एक ओवरब्रिज पर उनके क़ाफिले के आगे किसान प्रदर्शनकारी आ गए। इस बीच प्रधानमंत्री का क़ाफिला 15 से 20 मिनट रुका रहा और फिर उसे वापस लौटना पड़ा। इस पर देश-दुनिया में पंजाब सरकार की किरकिरी हो रही है।