अध्ययन के अनुसार, शोधकर्ताओं द्वारा विकसित यह प्राकृतिक रूप से प्राप्त नैनो-वैक्सीन (टीका) वर्तमान में स्वीकृत टीकों की तुलना में लाभकारी हो सकता है। अध्ययन में कहा गया है कि यह रक्त के थक्के जमने की संभावना को कम करेगा, जो टीके ले चुके व्यक्तियों में देखा गया था। यह अध्ययन ‘एसीएस बायोमटेरियल्स साइंस एंड इंजीनियरिंग’ जर्नल में प्रकाशित हुआ है।
रोहतास में आपसी रंजिश में एक की पीटकर हत्या
रोहतास, 20 अप्रैल (The News Air) रोहतास जिले के नासरीगंज नगर पंचायत के वार्ड संख्या 14 में दो पक्षों के...