Maha Kumbh Stampede : प्रयागराज महाकुंभ (Prayagraj Mahakumbh) में मची भगदड़ को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) लगातार नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने एक घंटे में दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) से फोन पर बातचीत की और हालात की जानकारी ली। पीएम मोदी ने घायलों के इलाज और राहत कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए।
गृहमंत्री अमित शाह ने भी सीएम योगी से की बातचीत
मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) पर अमृत स्नान (Amrit Snan) से पहले भगदड़ की स्थिति बनने पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने भी सीएम योगी से बात की और यूपी सरकार को केंद्र से हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया।
कैसे हुई भगदड़, क्या बोले प्रत्यक्षदर्शी?
महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन करोड़ों श्रद्धालु संगम तट (Sangam Ghat) पर स्नान के लिए पहुंचे थे। इसी दौरान संगम नोज (Sangam Nose) पर अचानक भगदड़ मच गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कुछ महिलाओं के बेहोश होकर गिरने से भीड़ बेकाबू हो गई और भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। प्रशासन ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर 25 से 30 घायलों को प्रयागराज (Prayagraj) के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया।
ग्रीन कॉरिडोर बनाकर घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया
घायलों को त्वरित उपचार देने के लिए प्रशासन ने ग्रीन कॉरिडोर (Green Corridor) बनाया। सुरक्षा बलों ने तत्परता दिखाते हुए एम्बुलेंस और मेडिकल टीम को तुरंत मौके पर पहुंचाया। जरूरत पड़ने पर एयर एम्बुलेंस (Air Ambulance) से गंभीर घायलों को बेहतर इलाज के लिए रेफर करने की व्यवस्था भी की गई।
भीड़ नियंत्रण के लिए प्रशासन ने कसी कमर
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए यूपी सरकार ने 10 से अधिक जिलाधिकारियों को अलग-अलग क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी है। प्रयागराज बॉर्डर (Prayagraj Border) पर कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं ताकि और भीड़ अंदर न आ सके।
मुख्य अपडेट्स संक्षेप में:
✔ महाकुंभ (MahaKumbh 2025) में मौनी अमावस्या स्नान के दौरान भगदड़, 14 की मौत, 50 से ज्यादा घायल।
✔ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) से दो बार फोन पर बात की।
✔ गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने भी यूपी सरकार को हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया।
✔ संगम नोज (Sangam Nose) पर अधिक भीड़ के कारण महिलाएं बेहोश हुईं, जिसके चलते भगदड़ मची।
✔ प्रशासन ने ग्रीन कॉरिडोर (Green Corridor) बनाकर घायलों को अस्पताल तक पहुंचाया।
✔ 10 जिलाधिकारियों को भीड़ प्रबंधन की विशेष जिम्मेदारी दी गई।
✔ प्रयागराज बॉर्डर (Prayagraj Border) पर श्रद्धालुओं के प्रवेश को सीमित किया गया।
प्रयागराज महाकुंभ (Prayagraj Mahakumbh) में हुए इस हादसे ने भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन की तत्परता से स्थिति को जल्दी संभाला गया, लेकिन इतनी बड़ी भीड़ को नियंत्रित करना एक चुनौती बनी हुई है। इस घटना के बाद सुरक्षा इंतजाम और कड़े कर दिए गए हैं, ताकि आगे ऐसी कोई अनहोनी न हो।