Maha Kumbh Stampede: प्रयागराज (Prayagraj) में महाकुंभ (Mahakumbh 2025) के दौरान मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) पर त्रिवेणी संगम (Triveni Sangam) में स्नान करने आए श्रद्धालुओं के बीच भगदड़ मच गई। इस हादसे में 14 से अधिक लोगों की मौत हो गई, जबकि 50 से ज्यादा घायल बताए जा रहे हैं। प्रशासन ने अब तक आधिकारिक तौर पर मृतकों और घायलों की संख्या की पुष्टि नहीं की है।
क्या है पूरा मामला?
मंगलवार-बुधवार की रात करीब 1:30 बजे त्रिवेणी संगम (Triveni Sangam) क्षेत्र में अचानक भगदड़ मच गई। घटना के तुरंत बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई और कई श्रद्धालु जमीन पर गिर पड़े। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई महिलाएं भीड़ के दबाव में कुचल गईं।
स्वरूपरानी अस्पताल (Swaroop Rani Hospital) में मौजूद स्थानीय रिपोर्ट्स के अनुसार, 14 शव पोस्टमॉर्टम के लिए लाए गए हैं। हादसे के बाद सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और सभी 13 अखाड़ों ने अपने अमृत स्नान को स्थगित करने की घोषणा कर दी है।
कैसे मचा हड़कंप?
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, अफवाह के चलते संगम नोज (Sangam Nose) पर अचानक भगदड़ मच गई। 70 से अधिक एंबुलेंस मौके पर पहुंचीं और घायलों को अस्पताल ले जाया गया।
NSG कमांडो (NSG Commandos) ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। संगम नोज क्षेत्र को आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है, और प्रयागराज (Prayagraj) की सीमाओं पर अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी गई है ताकि भीड़ को और न बढ़ने दिया जाए।
महाकुंभ में रिकॉर्ड श्रद्धालु, सुरक्षा पर सवाल
महाकुंभ (Mahakumbh 2025) में मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) के अवसर पर लगभग 5 करोड़ से अधिक श्रद्धालु प्रयागराज (Prayagraj) पहुंचे थे। प्रशासन के मुताबिक, पूरे शहर में सुरक्षा के लिए 60,000 से अधिक जवान तैनात किए गए थे, लेकिन इतनी भारी भीड़ के बावजूद हादसे को रोका नहीं जा सका।
सीएम योगी (CM Yogi) का बयान और पीएम मोदी (PM Modi) की प्रतिक्रिया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं और लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने फोन पर योगी आदित्यनाथ से घटना की जानकारी ली और हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया।
सीएम योगी की अपील:
✅ संगम क्षेत्र में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन को सख्त निर्देश दिए गए हैं।
✅ श्रद्धालुओं से आग्रह किया गया है कि वे स्नान के लिए संगम नोज पर भीड़ न बढ़ाएं।
✅ लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की गई है।
महाकुम्भ-2025, प्रयागराज आए प्रिय श्रद्धालुओं,
माँ गंगा के जिस घाट के आप समीप हैं, वहीं स्नान करें, संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें।
आप सभी प्रशासन के निर्देशों का अनुपालन करें, व्यवस्था बनाने में सहयोग करें।
संगम के सभी घाटों पर शांतिपूर्वक स्नान हो रहा है। किसी भी अफवाह…
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 29, 2025
धर्मगुरु रामभद्राचार्य (Ram Bhadracharya) की अपील
प्रसिद्ध धर्मगुरु रामभद्राचार्य (Ram Bhadracharya) ने कहा कि श्रद्धालुओं को मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) के दौरान संगम स्नान करने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रशासन की अपील को ध्यान में रखते हुए सभी को संयम बरतना चाहिए।
क्या है आगे की रणनीति?
▶ प्रयागराज (Prayagraj) में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए जा रहे हैं।
▶ प्रशासन ने सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्नान की सलाह दी है।
▶ बड़े घाटों पर प्रवेश को नियंत्रित किया जाएगा और CCTV निगरानी बढ़ाई जाएगी।
मुख्य अपडेट्स संक्षेप में:
✔ प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या स्नान के दौरान भगदड़ मचने से 14 की मौत, 50 से ज्यादा घायल। ✔ संगम नोज पर अफवाह के कारण भगदड़, महिलाएं भीड़ में कुचलकर घायल। ✔ 70 से अधिक एंबुलेंस मौके पर, NSG कमांडो ने मोर्चा संभाला। ✔ 13 अखाड़ों ने अमृत स्नान रद्द किया, प्रशासन ने प्रयागराज में श्रद्धालुओं की एंट्री रोकी। ✔ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने सीएम योगी से घटना की जानकारी ली। ✔ अनुमानित 8-10 करोड़ श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे, प्रशासन हाई अलर्ट पर। ✔ धर्मगुरु रामभद्राचार्य ने श्रद्धालुओं से अपील कर कहा – ‘संगम न जाएं, शिविर में रहें’।
प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या के पावन स्नान के दौरान हुई भगदड़ प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हुई। लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ और अफवाहों के कारण यह हादसा हुआ, जिससे कई निर्दोष लोगों की जान चली गई। अब तक की स्थिति को देखते हुए सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए हैं, लेकिन इस घटना ने बड़े धार्मिक आयोजनों में भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था की गंभीरता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।