नई दिल्ली: वर्तमान में देश में हो रही घटनाओं को देखते हुए आम नागरिक सहित नेताओं के भी मन में कई सवाल खड़े हो रहे है। ऐसे में अब तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया है। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा है कि 2024 का लोकसभा चुनाव तय करेगा कि देश में लोकतंत्र बचेगा या नहीं। गौरतलब हो कि एमके स्टालिन पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत एम करुणानिधि की पांचवीं पुण्यतिथि के मौके पर चेन्नई में आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। आइए जानते है उनोन्हे और क्या कहा है।
BJP को सत्ता से गिराने के लिए…
जैसा की हम सब जानते है, देश में बीजेपी विरोधी विपक्ष ने बड़ा मोर्चा बनाना शुरू कर दिया है। विपक्ष ने अपने गठबंधन का नाम भारत (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) रखा है। इस संबंध में विपक्ष की दो बैठकें भी हो चुकी हैं। ऐसे में BJP को सत्ता से गिराने के लिए विपक्षी गठबंधन एड़ी छोटी का जोर लगा रहे है।
…सपने को साकार करने का समय
2024 का लोकसभा चुनाव पांच साल में एक बार नहीं आएगा। तो इस चुनाव से भारत में लोकतंत्र बचेगा या नहीं? स्टालिन ने कहा कि इस पर फैसला होना है। करुणानिधि ने हमेशा कहा कि तमिलनाडु को देश के लिए सबसे पहले आवाज उठानी चाहिए। आगे स्टालिन ने कहा, अब हम उसी रास्ते पर जा रहे हैं। स्टालिन ने कहा कि डीएमके एक क्षेत्रीय पार्टी है और अब करुणानिधि के सपने को साकार करने का समय आ गया है।
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संविधान को कोई नहीं बचा पाएगा?
इस मौके पर स्टालिन ने कहा कि हर राज्य को उसका वाजिब हक मिले, यह सुनिश्चित करना डीएमके की भूमिका है। इस बीच एमके स्टालिन पहले भी चुनाव के मुद्दे पर बीजेपी की आलोचना कर चुके हैं। स्टालिन ने कहा था कि अगर बीजेपी दोबारा सत्ता में आई तो लोकतंत्र, सामाजिक न्याय और संविधान को कोई नहीं बचा पाएगा।
BJP के खिलाफ विपक्षी गठबंधन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (RALOA) को चुनौती देने के लिए देश की 26 बीजेपी विरोधी पार्टियां एक साथ आ गई हैं. इसके लिए विपक्ष ने गठबंधन का नाम ‘भारत’ रखा है। 2024 के चुनाव की रणनीति तय करने के लिए विपक्ष अब तक दो बैठकें कर चुका है, एक पटना में और दूसरी बेंगलुरु में। अब तीसरी बैठक मुंबई में होगी।
महाराष्ट्र में NCP और शिवसेना…
विपक्ष द्वारा बीजेपी के खिलाफ गठबंधन बनाने के बाद इस गठबंधन का नाम इंडिया रखा गया है। इस गठबंधन में एक बार फिर से तृणमूल कांग्रेस की एंट्री हो गई है। तो वहीं इस बार अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी गठबंधन का हिस्सा बन गई है। साथ ही महाराष्ट्र में एनसीपी और शिवसेना (ठाकरे समूह) भी इस विपक्षी गठबंधन में शामिल हैं।