Delhi Election Results 2024 में मिली हार के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) ने अपनी रणनीति में बदलाव के संकेत दे दिए हैं। पार्टी का पूरा फोकस अब पंजाब (Punjab) पर है। इसी सिलसिले में मंगलवार को पंजाब AAP विधायकों की बैठक दिल्ली (Delhi) स्थित कपूरथला हाउस (Kapurthala House) में बुलाई गई थी। इस बैठक में AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने विधायकों को तीन मंत्र दिए—जनता से जुड़े, मुद्दों को पहचाने और डटकर लड़ें।
ਕੌਮੀ ਕਨਵੀਨਰ ਅਰਵਿੰਦ ਕੇਜਰੀਵਾਲ ਜੀ ਨਾਲ ਮੀਟਿੰਗ ਤੋਂ ਬਾਅਦ ਕੈਬਨਿਟ ਦੇ ਸਾਥੀਆਂ ਨਾਲ ਮੀਡੀਆ ਦੇ ਰੂਹ-ਬ-ਰੂਹ, ਦਿੱਲੀ ਤੋਂ Live ……. राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल जी के साथ मीटिंग के बाद कैबिनेट सहयोगियों के साथ मीडिया से बातचीत, दिल्ली से Live https://t.co/sxjO0suZVb
— Bhagwant Mann (@BhagwantMann) February 11, 2025
AAP की बैठक क्यों हुई?
दिल्ली की हार का असर पंजाब में ना पड़े, इसके लिए केजरीवाल ने पार्टी के विधायकों को बुलाकर उन्हें आगे की रणनीति समझाई। करीब 30 मिनट तक चली इस बैठक में पार्टी को पंजाब में मजबूत करने के लिए अहम निर्देश दिए गए। सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक के बाद AAP के वर्किंग स्टाइल में भी बदलाव देखने को मिल सकता है।
ਸਾਡੀ ਪਾਰਟੀ ਕੰਮਾਂ ਦੇ ਨਾਮ ਤੋਂ ਜਾਣੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ਤੇ ਅਸੀਂ ਦਿੱਲੀ 'ਚ ਕੀਤੇ ਕੰਮਾਂ ਦਾ ਤਜ਼ਰਬਾ ਪੰਜਾਬ 'ਚ ਵੀ ਲਾਗੂ ਕਰਾਂਗੇ। ਪੰਜਾਬ 'ਚ ਸਿੱਖਿਆ ਖੇਤਰ 'ਚ ਕ੍ਰਾਂਤੀ ਲਿਆਉਣ ਲਈ ਸਕੂਲ ਆਫ਼ ਐਮੀਨੈਂਸ ਦੀ ਸ਼ੁਰੂਆਤ ਕੀਤੀ ਗਈ ਤੇ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਵਧੀਆ ਸਿਹਤ ਸਹੂਲਤਾਂ ਮੁਹੱਈਆ ਕਰਵਾਉਣ ਲਈ ਆਮ ਆਦਮੀ ਕਲੀਨਿਕ ਖੋਲ੍ਹੇ ਗਏ ਹਨ।
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AAP के सामने 5 बड़ी चुनौतियां
1. दिल्ली मॉडल अब बेअसर?
पंजाब चुनावों के दौरान AAP नेताओं ने दिल्ली मॉडल (Delhi Model) को प्रमुख हथियार बनाया था। लेकिन अब जब AAP खुद दिल्ली में हार गई है, तो दिल्ली मॉडल की अपील कमजोर पड़ सकती है। सीनियर पत्रकार एस पुरषोत्तम (S. Purushottam) का कहना है कि AAP को अब पंजाब में अपना खुद का मॉडल पेश करना होगा।
2. 1000 रुपये महिला गारंटी अधर में
AAP ने सत्ता में आने से पहले हर महिला को 1000 रुपये देने का वादा किया था, लेकिन अब तक यह पूरा नहीं हो पाया है। लोकसभा, निकाय चुनाव और दिल्ली विधानसभा में इसका नुकसान पार्टी को उठाना पड़ा। वित्त मंत्री हरपाल चीमा (Harpal Cheema) ने इस गारंटी को जल्द पूरा करने का दावा किया है।
3. विधायकों को पावर देने की मांग
सीनियर पत्रकार दर्शन सिंह सोढ़ी (Darshan Singh Sodhi) के अनुसार, पंजाब के विधायकों के पास सीमित शक्तियां हैं। कई बार अफसर भी विधायकों की बात नहीं सुनते। ट्रांसफर-पोस्टिंग जैसे छोटे मामलों में भी विधायकों को मंत्रियों से तीन-तीन लेटर लिखने पड़ते हैं। यह समस्या पार्टी मीटिंग्स और विधानसभा में भी उठ चुकी है।
4. कानून व्यवस्था पर सवाल
पंजाब सरकार भले ही राज्य की कानून व्यवस्था को बेहतर बता रही हो, लेकिन गैंगस्टर कल्चर, नशा तस्करी और बढ़ते अपराधों ने सरकार की छवि पर असर डाला है। वरिष्ठ पत्रकार पुरषोत्तम (Purushottam) का कहना है कि लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
5. पंजाब पर बढ़ता कर्ज
पंजाब सरकार पर 3.75 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है। मुफ्त योजनाओं जैसे बिजली सब्सिडी, महिलाओं को मुफ्त बस यात्रा और अन्य विकास योजनाओं के लिए सरकार को अतिरिक्त फंड की जरूरत है। मौजूदा वित्तीय वर्ष में सरकार को 28,000 करोड़ रुपये का नया कर्ज लेना पड़ा।
ਦਿੱਲੀ ਚੋਣਾਂ 'ਚ ਚੋਣ ਪ੍ਰਚਾਰ ਕਰਨ ਲਈ ਪੰਜਾਬ ਦੇ ਵਿਧਾਇਕਾਂ ਵੱਲੋਂ ਕੀਤੀ ਅਣਥੱਕ ਮਿਹਨਤ ਲਈ ਸਾਡੇ ਪਾਰਟੀ ਦੇ ਨੈਸ਼ਨਲ ਕਨਵੀਨਰ ਅਰਵਿੰਦ ਕੇਜਰੀਵਾਲ ਜੀ ਨੇ ਸਾਰਿਆਂ ਦਾ ਤਹਿ ਦਿਲੋਂ ਧੰਨਵਾਦ ਕੀਤਾ ਹੈ। ਸਾਡੇ ਕੀਤੇ ਕੰਮਾਂ ਕਰਕੇ ਅੱਜ ਵੀ ਦਿੱਲੀ ਦੇ ਲੋਕਾਂ ਦਾ ਪਿਆਰ ਸਾਨੂੰ ਮਿਲ ਰਿਹਾ ਹੈ। ਅਸੀਂ ਅੱਗੇ ਵੀ ਲੋਕਹਿੱਤਾਂ ਲਈ ਕੰਮ ਕਰਦੇ ਰਹਾਂਗੇ।… pic.twitter.com/LaUYC4xPBy
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मीटिंग के बाद भगवंत मान का बयान
पंजाब CM भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने मीटिंग के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि दिल्ली चुनाव में गुंडागर्दी और पैसे का इस्तेमाल हुआ। उन्होंने कहा, “हमें बार-बार चुनाव आयोग जाना पड़ा, हर घंटे शिकायत करनी पड़ी।”
AAP के अंदरूनी विवाद पर क्या बोले भगवंत मान?
CM भगवंत मान ने AAP विधायकों की नाराजगी और केजरीवाल के पंजाब का मुख्यमंत्री बनने की अटकलों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “विपक्ष पिछले तीन साल से यही अफवाह फैला रहा है। हमारे विधायक न टूटेंगे और न ही पंजाब में CM बदलेगा।”
ਪੰਜਾਬ ਵਿੱਚ ਸਾਡੀ ਸਰਕਾਰ ਬਣਨ ਤੋਂ ਬਾਅਦ ਅਸੀਂ ਲਗਾਤਾਰ ਗਰਾਊਂਡ 'ਤੇ ਕੰਮ ਕਰ ਰਹੇ ਹਾਂ ਤੇ ਆਉਣ ਵਾਲੇ 2 ਸਾਲਾਂ 'ਚ ਅਸੀਂ ਪੰਜਾਬ ਨੂੰ ਹਰ ਖੇਤਰ 'ਚ ਅਜਿਹਾ ਮਾਡਲ ਸੂਬਾ ਬਣਾਉਣਾ ਹੈ ਜਿਸ ਨੂੰ ਪੂਰੇ ਦੇਸ਼ ਸਾਹਮਣੇ ਰੱਖਿਆ ਜਾਵੇਗਾ। ਸਾਡੇ ਵਲੰਟੀਅਰ ਪੂਰੀ ਮਿਹਨਤ ਨਾਲ ਕੰਮ ਕਰਨ ਵਾਲੇ ਹਨ ਜੋ ਲਗਾਤਾਰ ਲੋਕ ਸੇਵਾ 'ਚ ਲੱਗੇ ਹੋਏ ਹਨ।
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विपक्ष का हमला
BJP नेता सुनील जाखड़ (Sunil Jakhar) ने कहा, “AAP के अंदर बेचैनी बढ़ रही है। मीटिंग के बाद भी भगवंत मान परेशान दिख रहे थे।”
कांग्रेस सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा (Sukhjinder Singh Randhawa) ने कहा, “दिल्ली हार से डरी हुई AAP पंजाब में मध्यावधि चुनाव की तैयारी कर रही है।”
शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी (Priyanka Chaturvedi) ने कहा, “AAP की हार के बाद अफवाहें और कयास लगना स्वाभाविक है।”
BJP विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा (Manjinder Singh Sirsa) ने आरोप लगाया कि “केजरीवाल भगवंत मान को हटाकर खुद पंजाब का मुख्यमंत्री बनने की योजना बना रहे हैं।”
ਅਸੀਂ ਜਦੋਂ ਵੀ ਚੋਣਾਂ ਲੜੀਆਂ ਨੇ ਕੰਮਾਂ ਦੇ ਆਧਾਰ 'ਤੇ ਲੜੀਆਂ ਹਨ, ਪਰ ਵਿਰੋਧੀਆਂ ਨੇ ਦਿੱਲੀ 'ਚ ਧੱਕਾ ਕਰਨ ਦੀਆਂ ਸਾਰੀਆਂ ਹੱਦਾਂ ਪਾਰ ਕੀਤੀਆਂ। ਫ਼ਿਰ ਵੀ ਦਿੱਲੀ ਦੇ ਲੋਕਾਂ ਨੇ ਜੋ ਸਾਨੂੰ ਫ਼ਤਵਾ ਦਿੱਤਾ ਉਹ ਸਿਰਮੱਥੇ ਹੈ।
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हमने जब भी चुनाव लड़े हैं कामों के आधार पर लड़े हैं, लेकिन विपक्षियों ने दिल्ली में अन्याय… pic.twitter.com/aVTWkKfzSW— Bhagwant Mann (@BhagwantMann) February 11, 2025
क्या AAP पंजाब में मजबूत होगी या संकट बढ़ेगा?
AAP के लिए यह समय बड़े फैसले लेने का है। पंजाब में पार्टी को मजबूत करना जरूरी है, लेकिन अगर गारंटियां पूरी नहीं हुईं और संगठन में असंतोष बढ़ा, तो AAP को 2027 चुनावों में बड़ा नुकसान हो सकता है।