चंडीगढ़, 8 जुलाई (The News Air)
सुर्ख सफेद दाढ़ी मजबूत जिस्म,ऊंचा कद, सिर पर नीली पगड़ी हाथ में कड़ा, कृपाण गुरु की आस्था का जीता जागता भक्त, भारत मां का सिपाही निर्मल सिंह फौजी। सरहद पर मां भारती की रक्षा के लिए दो-दो युद्ध की ललकार में देश की शान बढ़ाने वाले निर्मल सिंह ढलती उम्र में चंडीगढ़ की सड़कों पर ऑटो चला दो वक्त की रोटी कमाने को मजबूर है ।
गरीबी आज भी उनके साथ मजबूती से खड़ी है, घर से बाहर ना निकले तो शाम का चूल्हा भी जलना मयशर नही होगा। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के क्षेत्र का यह मजबूर देशभक्त कैप्टन साहेब के काम काज से बेहद खफा हैं। हजारों फरियाद के बाद भी मूलभूत सुविधाएं भी नही मिली राजा जी के दरबार से देश के जाबाज सिपाही को। राहत नहीं मिलने से नउम्मीद आंखों में केजरीवाल उम्मीद के सितारे के समान चमक रहे है। दुश्मन देश से 1965 और 1971 में मैदान फतह किया पर पंजाब को लूटने वाली सरकारों के देख परेशान हु इस बार न अकाली आएंगे न राजा रानी अब तो आम आदमी आम आदमी की सरकार बनाने को तैयार बैठा है।
बदलेगा पंजाब लोग केजरीवाल की पार्टी को जिताएंगे दिल्ली जैसे सुविधाएं पंजाब में झाड़ू वाले लायेगे। अच्छे स्कूल, अस्पताल, मुफ्त पानी, मुफ्त बिजली की सौगात अब पंजाब के नसीब में भी होगा। हमारे वोट की कद्र केजरीवाल ही कर सकते हैं । बूढ़ी आंखों के सपने मजबूत इरादों के साथ बरबस बरस रहे थे, छलक रहे थे। यह आवाज थोड़ी नरम हुई, भावुक होते हुए निर्मल सिंह बोले केजरीवाल साड़ा रब वरगा।
गुरु साहिबान ने उसे सेवा के लिए चुना है, समाज की भलाई, इंसानियत, नेक काम के लिए चुना है, गुरु साहिबान की मेहर केजरीवाल पर है पूरा पंजाब चाहता है केजरीवाल की सरकार पंजाब में आए। जब सवाल किया कि केजरीवाल रब वरगा क्यों? तो तपाक से बिना पल गवाए बोले जो सबका हो, सबके लिए हो, सबके साथ हो, वही रब का रूप है केजरीवाल मुझे ऐसे ही लगते हैं।
पंडित संदीप