जम्मू में शुक्रवार तड़के सेना के शिविर के पास एक इलाके में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में एक जवान शहीद हो गया और छह अन्य घायल हो गए। मृतक जवान की पहचान CISF के ASI एसपी पटेल के रूप में हुई है। मुठभेड़ के दौरान सेना के जवानों ने चार आतंकियों को ढेर कर दिया है। ये आतंकवादी पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद (JeM) संगठन से जुड़े बताए जाते हैं और इनकी शहर में एक बड़ा हमला करने की योजना थी।
सुंजवां में मुठभेड़ ऐसे वक्त में हुई है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सांबा जिले में प्रस्तावित दौरे के मद्देनजर दो दिन पहले से जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पीएम मोदी रविवार को जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले का दौरा करने वाले हैं। उससे पहले केंद्र शासित प्रदेश में बड़ी आतंकी घटनाएं हुई हैं।
6 जवान घायल
आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान छह सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। घायल जवानों की पहचान हेड कांस्टेबल बलराज सिंह, एसपीओ साहिल शर्मा, हेड कांस्टेबल प्रमोद पात्रा, कांस्टेबल आमिर सोरन, कांस्टेबल बिट्टल और हेड कांस्टेबल एसके बालियान के रूप में हुई है। घायल जवानों को जम्मू के सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जम्मू के ADGP मुकेश सिंह ने बताया कि मुठभेड़ तब शुरू हुई जब पुलिस के विशेष अभियान समूह और सीआरपीएफ ने इलाके में संयुक्त तलाश अभियान शुरू किया। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में एक जवान की मौत हो गई और छह अन्य को चोटें आई हैं। उन्होंने कहा कि मुठभेड़ अभी चल रही है।
आतंकियों ने ग्रेनेड से किया हमला
अधिकारियों ने बताया कि सुंजवां सैन्य अड्डे से सटे एक इलाके में कम से कम दो सशस्त्र आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया सूचना मिलने के बाद तलाश अभियान चलाया गया। ये आतंकवादी पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद संगठन से जुड़े बताए जाते हैं और इनकी शहर में एक बड़ा हमला करने की योजना थी। उन्होंने बताया कि आतंकवादियों ने एक ग्रेनेड फेंका और तलाश दल पर गोलियां चलायी। सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई।
इससे पहले JeM के तीन आतंकवादी 10 फरवरी 2018 को सुंजवां सैन्य शिविर में घुस गए थे और इसके बाद मुठभेड़ में छह जवान समेत सात लोग मारे गए थे। इस दौरान तीनों आतंकवादी भी मार गिराए गए थे।
पीएम मोदी के दौरे से 2 दिन पहले हुआ हमला
बता दें कि कि 24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी का सांबा से 17 किलोमीटर दूर पाली गांव में एक जनसभा को संबोधित करने का कार्यक्रम है। यह अगस्त 2019 में जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने के बाद से प्रधानमंत्री मोदी का जम्मू-कश्मीर में पहला दौरा है। उन्होंने जम्मू मंडल के राजौरी में 27 अक्टूबर 2019 को और नौशेरा सेक्टर में तीन नवंबर 2021 को सेना के जवानों के साथ दिवाली मनाई थी।