Champions Trophy 2025 की विजेता टीम भले ही भारत रही हो और कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने शानदार लीडरशिप दिखाई हो, लेकिन ICC (International Cricket Council) ने “टीम ऑफ द टूर्नामेंट” के लिए जो स्क्वाड चुना, उसमें कप्तान के रूप में रोहित शर्मा का नाम नहीं रखा गया। इसके बजाय, मिचेल सैंटनर (Mitchell Santner) को इस टीम का कप्तान बनाया गया है, जबकि उनकी टीम भारत से दो बार हार चुकी है—एक बार लीग मैच में और फिर फाइनल में।
आईसीसी के इस फैसले ने क्रिकेट फैंस को हैरानी में डाल दिया है, क्योंकि रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत ने पूरे टूर्नामेंट में दमदार प्रदर्शन किया। फाइनल में रोहित शर्मा को “प्लेयर ऑफ द मैच” भी चुना गया था, लेकिन फिर भी वह इस सम्मान से चूक गए।
दो बार हारने वाले को कप्तान बनाने पर विवाद
क्रिकेट फैंस और विशेषज्ञ इस फैसले से असहमत नजर आ रहे हैं। मिचेल सैंटनर (Mitchell Santner) की टीम न्यूजीलैंड पूरे टूर्नामेंट में सिर्फ तीन मैच जीत पाई, जबकि भारत ने पांच मुकाबले अपने नाम किए। इसके बावजूद, ICC ने सैंटनर को कप्तान के रूप में चुना, जो विवाद का कारण बन गया है।
रोहित शर्मा ने न केवल अपनी कप्तानी से टीम को जीत दिलाई, बल्कि रणनीतिक रूप से भी वह काफी प्रभावी साबित हुए। हालांकि, ICC का यह पहला ऐसा फैसला नहीं है, इससे पहले भी ICC World Cup 2023 के दौरान टीम ऑफ द टूर्नामेंट में वर्ल्ड चैंपियन कप्तान पैट कमिंस (Pat Cummins) को शामिल नहीं किया गया था, जबकि उस टीम के कप्तान रोहित शर्मा थे।
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की बेस्ट टीम ऑफ द टूर्नामेंट
ICC द्वारा जारी “Team of the Tournament” इस प्रकार है:
- रचिन रविंद्र (Rachin Ravindra) – न्यूजीलैंड
- इब्राहिम जादरान (Ibrahim Zadran) – अफगानिस्तान
- विराट कोहली (Virat Kohli) – भारत
- श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) – भारत
- केएल राहुल (KL Rahul) – भारत (विकेटकीपर)
- ग्लेन फिलिप्स (Glenn Phillips) – न्यूजीलैंड
- अजमतुल्लाह उमरजई (Azmatullah Omarzai) – अफगानिस्तान
- मिचेल सैंटनर (Mitchell Santner) – न्यूजीलैंड (कप्तान)
- मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) – भारत
- मैट हेनरी (Matt Henry) – न्यूजीलैंड
- वरुण चक्रवर्ती (Varun Chakravarthy) – भारत
- अक्षर पटेल (Axar Patel) – भारत
क्या ICC का फैसला सही है?
फैंस और क्रिकेट एक्सपर्ट्स का मानना है कि टीम ऑफ द टूर्नामेंट का कप्तान उसी खिलाड़ी को बनाया जाना चाहिए था, जिसने ट्रॉफी जीती हो। यदि बल्लेबाजी या गेंदबाजी प्रदर्शन के आधार पर मिचेल सैंटनर को टीम में रखा गया तो कोई समस्या नहीं है, लेकिन कप्तान के तौर पर रोहित शर्मा का नाम ज्यादा मजबूत दावेदार था।
ICC के इस फैसले ने फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या वाकई टीम ऑफ द टूर्नामेंट का चयन निष्पक्ष होता है? क्रिकेट फैंस के लिए यह एक बहस का विषय बन चुका है कि आखिर चैंपियन टीम के कप्तान को ही कप्तानी का सम्मान क्यों नहीं मिला?