Indian Deportation: अमेरिका (United States) से गैरकानूनी रूप से दाखिल हुए भारतीयों का दूसरा जत्था शनिवार को अमृतसर (Amritsar) पहुंचने वाला है। इस फ्लाइट में 119 भारतीय नागरिकों को वापस भेजा जा रहा है, जिनमें सबसे ज्यादा 67 लोग पंजाब (Punjab) से हैं। इससे पहले 5 फरवरी को C-17 विमान के जरिए 104 भारतीयों को वापस भेजा गया था। उस दौरान भारतीयों को हथकड़ियों और जंजीरों में जकड़े जाने पर बड़ा विवाद खड़ा हो गया था। इस बार अमेरिकी सरकार ने हथकड़ी नहीं लगाने का फैसला किया है।
क्या इस बार भारतीयों को हथकड़ियां नहीं पहनाई गईं?
पिछले जत्थे में भारतीयों को हथकड़ियों में लाए जाने पर संसद और सोशल मीडिया पर सरकार की काफी आलोचना हुई थी। इस मुद्दे पर संसद में हंगामा हुआ था और भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर (S. Jaishankar) ने अमेरिकी सरकार से बात करने का भरोसा दिया था। माना जा रहा है कि इसी के चलते इस बार भारतीयों को हथकड़ियों में नहीं भेजा गया।
इस बार अमृतसर पहुंच रहे 119 लोगों में से 67 पंजाब, 33 हरियाणा, 8 गुजरात, 3 उत्तर प्रदेश, 2-2 महाराष्ट्र और राजस्थान, और 1-1 यात्री गोवा, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर से हैं।
अमेरिका क्यों निकाल रहा है भारतीयों को?
अमेरिकी प्रशासन गैरकानूनी इमिग्रेशन (Illegal Immigration) पर सख्त कार्रवाई कर रहा है।
- अमेरिका ने हाल ही में ‘डंकी रूट’ (Donkey Route) से जाने वाले भारतीयों को गिरफ्तार कर डिपोर्ट करने की प्रक्रिया तेज कर दी है।
- यह डंकी रूट एक गैरकानूनी रास्ता है, जिसके जरिए लोग कई देशों से होते हुए अमेरिका पहुंचते हैं।
- इसमें दलाल मोटी रकम लेकर भारतीयों को खतरनाक रास्तों से अमेरिका भेजते हैं।
- इस दौरान कई लोग रास्ते में मारे भी जाते हैं, लेकिन फिर भी हर साल हजारों भारतीय इस खतरे को उठाते हैं।
Deportation का भारत पर असर
भारत में गैरकानूनी इमिग्रेशन के बढ़ते मामलों को देखते हुए पंजाब और हरियाणा सरकार ने कई दलालों को गिरफ्तार किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की अमेरिका यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के साथ गैरकानूनी इमिग्रेशन और मानव तस्करी पर चर्चा हुई थी।
भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री (Vikram Misri) ने कहा:
- “हम चाहते हैं कि छात्रों और पेशेवरों की कानूनी आवाजाही सुचारू रूप से हो। अल्पकालिक पर्यटन और व्यवसाय यात्रा को भी सुविधाजनक बनाया जाए।”
- “गैरकानूनी इमिग्रेशन और मानव तस्करी के खिलाफ भारत और अमेरिका सख्त कार्रवाई करने को तैयार हैं।”
क्या होगा आगे?
- अमेरिकी प्रशासन गैरकानूनी रूप से दाखिल हुए सभी भारतीयों को डिपोर्ट करने की योजना पर काम कर रहा है।
- भारत सरकार अब दलालों और तस्करी करने वाले नेटवर्क के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है।
- डंकी रूट से जाने वालों को बचाने के लिए कड़े नियम बनाए जा सकते हैं।
सरकार की अपील – कानूनी रास्ते से विदेश जाएं
भारत सरकार और इमिग्रेशन एजेंसियां लोगों को अवैध तरीके से अमेरिका जाने से बचने की सलाह दे रही हैं।
- डंकी रूट खतरनाक और गैरकानूनी है।
- दलाल पैसों के बदले लोगों की जिंदगी खतरे में डालते हैं।
- भारत सरकार अब सख्ती से ऐसे मामलों पर कार्रवाई कर रही है।
क्या है ‘डंकी रूट’ और क्यों है खतरनाक?
- डंकी रूट एक गैरकानूनी इमिग्रेशन तरीका है, जिसमें लोग कई देशों से होकर अमेरिका में घुसने की कोशिश करते हैं।
- इस रास्ते में लोग ब्राजील, मैक्सिको, पनामा और कई देशों से गुजरते हैं।
- हर साल सैकड़ों लोग इस रास्ते में अपनी जान गंवा देते हैं।
अमेरिका द्वारा भारतीयों को डिपोर्ट करने का सिलसिला जारी है। गैरकानूनी इमिग्रेशन पर अमेरिका अब कोई नरमी नहीं दिखा रहा है। भारत सरकार भी अब ऐसे मामलों को रोकने के लिए सख्त कदम उठा रही है। आम लोगों को भी चाहिए कि दलालों के झांसे में न आएं और कानूनी तरीके से ही विदेश जाएं।