जन-औषधि केंद्रों में फ्री दवाइयां तो दूर, दवाइयां ही नहीं मिल रही : अनुराग ढांडा
आप सरकार ने दिल्ली में 533, पंजाब में 700 से ज्यादा मोहल्ला क्लीनिक खोले, सभी दवाईयां और टेस्ट मुफ्त : अनुराग ढांडा
चंडीगढ़, 12 दिसंबर (The News Air) आम आदमी पार्टी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा ने मंगलवार को स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर खट्टर सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि हरियाणा की भाजपा सरकार बड़ी बड़ी घोषणाएं करने में सबसे आगे हैं, लेकिन उन योजनाओं को लागू करने में बिल्कुल फिसड्डी है। हरियाणा सरकार ने कहा था कि हर सरकारी अस्पताल में जन औषधि केंद्र खोले जाएंगे। ताकि हरियाणा के लोगों को सस्ती दवाएं उपलब्ध हो सके। लेकिन 8 साल बितने के बाद भी हरियाणा सरकार ने 93 जन-औषधि केन्द्र खोले और उनमें से 58 जन औषधि केंद्र बंद हो चुके हैं। बचे हुए जन-औषधि केंद्र भी ठप पड़े हैं, फ्री दवाइयां तो दूर, दवाइयां ही नहीं मिल रही।
उन्होंने कहा कि दूसरी तरफ दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार ने 533 मोहल्ला क्लिनिक खोले हैं, जिनमें सभी तरह के टेस्ट और दवाइयां मुफ्त मिलती हैं। अब तक 2 करोड़ से ज्यादा मरीज इसका फायदा उठा चुके है। वहीं पंजाब में 16000 गांव में इसी तरीके से गांव क्लीनिक और मोहल्ला क्लीनिक खोलने की शुरुआत हो चुकी है। पंजाब में अब तक 700 से ज्यादा मोहल्ला क्लिनिक खुल भी चुके हैं। वहां भी सभी में दवाइयां और टेस्ट मुफ्त मिलती हैं।
उन्होंने कहा कि इसके ठीक उलट हरियाणा में केवल घोषणाएं की जा रही हैं। हरियाणा सरकार ने कहा कि सभी सरकार अस्पतालों में जन-औषधि केंद्र खोलेंगे, लेकिन सब जगह खोल नहीं पाए। प्राइवेट अस्पतालों में भी सेंटर भी दिए जाएंगे ताकि लोगों को सस्ती दवाइयां उपलब्ध हो सके। लेकिन सस्ती दवाइयां तो छोड़िए दवाइयां ही लोगों को उपलब्ध नहीं होती हैं। एक तरफ मुफ्त दवाएं और टेस्ट आम आदमी पार्टी की दिल्ली और पंजाब सरकार में, वहीं दूसरी तरफ हरियाणा में भाजपा सरकार की सस्ती दवाएं मिलने की योजना पूरी तरह से फेल, जन-औषधि केंद्र बंद होते जा रहे हैं। पूरी तरह से योजना जमीन पर लागू नहीं हो पाई और मुफ्त दवाइयां मिलने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता।
उन्होंने कहा कि हरियाणा के लोगों के पास भी आम आदमी पार्टी के रूप में एक मजबूत विकल्प है, यदि दिल्ली और पंजाब की तरह हर इलाज और हर टेस्ट और सब तरह की दवाइयां मुफ्त चाहिए तो 2024 में हरियाणा में भी आम आदमी पार्टी की सरकार को एक मौका दें।