The News Air- (चंडीगढ़) हक़ मांग रहे संगठनों की आवाज़ दबाने के लिए पंजाब पुलिस ने ग़ज़ब का फॉर्मूला निकाला है। अफ़सरों को कहा गया है कि अगर कहीं फंक्शन में CM चरणजीत चन्नी का विरोध हो तो ऊंची आवाज़ में DJ बजा देना, ताकि नारेबाज़ी की आवाज़ CM तक न पहुंचे। सीएम सिक्योरिटी देखने वाली स्पेशल प्रोटेक्शन यूनिट के IG ने यह फ़रमान निकाला है, जिसे सभी DC, पुलिस कमिश्नर और SSP को भेज दिया गया है।
हालांकि जब यह सार्वजनिक हो गया तो पंजाब पुलिस तुरंत यूटर्न मार गई। कहा कि यह तो क्लेरिकल मिस्टेक हो गई। जब कोई अपनी फ़रियाद CM को बताए तो लाउडस्पीकर की आवाज़ कम कर देना, ताकि सीएम को उनकी आवाज़ अच्छी तरह सुन सके।
यह था फ़रमान
IG ने लिखा कि जब भी कहीं CM का फंक्शन होता है तो उनके रास्ते में जगह-जगह अलग-अलग संगठन ऊंची आवाज़ में नारेबाज़ी करते हैं। इसलिए भविष्य में जब भी आपके इलाक़े में फंक्शन हो तो जहां यह संगठन प्रदर्शन कर रहे हों, वहाँ DJ लगा देना। कोई नारेबाज़ी करे तो DJ पर ऊंची आवाज़ में गुरबानी शब्द और धार्मिक गीत लगा देना, ताकि सीएम के कानों तक नारेबाज़ी की आवाज़ न पहुंचे।
क्लेरिकल मिस्टेक के बहाने यूटर्न
पंजाब पुलिस का यह फॉर्मूला लीक हो गया तो अफ़सर यूटर्न ले गए। इस फ़रमान को विदड्रॉ कर लिया गया। उस पत्र पर आगे की कार्रवाई करते हुए DJ का फॉर्मूला रोक लिया गया। इसे क्लेरिकल मिस्टेक बताकर डैमेज कंट्रोल करते हुए आदेश दिया गया कि जब भी सीएम आम पब्लिक की फ़रियाद सुनते हों तो लाउडस्पीकर की आवाज़ कम कर देना, ताकि सीएम को आम पब्लिक की बात सुनने में कोई दिक्क़त न हो।
जाखड़ बोले- यह लोकतंत्र का मज़ाक़
हर बात पर पंजाब कांग्रेस और सरकार को घेरने वाले पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान सुनील जाखड़ ने कहा कि यह सच नहीं हो सकता। यह तो लोकतंत्र का मज़ाक़ है।
हड़ताली कर्मचारियों ने CM चन्नी के नारे भी बदले
पंजाब में मुख्यमंत्री बनते ही चरणजीत चन्नी के प्रचार के लिए नारा बना दिया गया। जिसमें लिखा जाता था ‘घर-घर विच चल्ली गल, चन्नी करदा मसले हल’। अब पक्का करने और रोज़गार की मांग कर रहे कर्मचारियों ने इसका तोड़ बना दिया। सुनवाई न होने के बाद कर्मचारी नारे लगा रहे हैं। घर-घर विच चल्ली गल, चन्नी तों नहीं हुंदे मसले हल, चन्नी दी नई मनदा कोई गल।