Anti-Corruption Branch (ACB) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को लीगल नोटिस भेजा है, जिसमें उनके 15 करोड़ रुपये रिश्वत ऑफर वाले दावे पर सबूत मांगे गए हैं। ACB ने केजरीवाल से 5 अहम सवालों के जवाब भी मांगे हैं।
क्या है पूरा मामला?
दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Elections 2025) के ठीक पहले अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में Twitter) पर दावा किया था कि भाजपा (BJP) ने आम आदमी पार्टी (AAP) के 16 उम्मीदवारों को 15 करोड़ रुपये का ऑफर देकर पार्टी छोड़ने के लिए कहा। इस दावे के बाद Lieutenant Governor (LG) Vinai Kumar Saxena के निर्देश पर ACB ने इस मामले की जांच शुरू की और अब केजरीवाल को नोटिस भेजा है।
केजरीवाल से पूछे गए 5 बड़े सवाल
ACB द्वारा भेजे गए नोटिस में दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल से पांच अहम सवालों पर जवाब मांगे गए हैं:
ACB के नोटिस में केजरीवाल से यह पुष्टि करने के लिए कहा गया है कि क्या ‘X’ पर यह पोस्ट उन्होंने ही किया या किसी और ने वो पोस्ट किया था?
क्या आप X पर किए गए पोस्ट के कंटेंट से सहमत हैं कि आपकी पार्टी के 16 विधायक उम्मीदवारों को रिश्वत की पेशकश की गई है?
ACB ने नोटिस में ‘AAP’ के विधायक पद के उन 16 उम्मीदवार जिन्हें कथित रिश्वत की पेशकश के बारे में फोन कॉल आदि प्राप्त हुए, उनकी डिटेल मांगी है।
कथित रिश्वत की पेशकश के बारे में उपरोक्त विधायकों से संपर्क करने वाले फोन नंबरों अथवा व्यक्तियों की डिटेल भी मांगी गई है।
विभिन्न मीडिया/सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आपके और आपकी पार्टी के सदस्यों द्वारा लगाए गए रिश्वत की पेशकश के दावे/आरोपों के समर्थन में कोई अन्य विवरण/सबूत मांगे गए हैं।
ACB का बयान: ‘अफवाहें फैलाने पर होगी कानूनी कार्रवाई’
ACB ने नोटिस में कहा कि यदि अरविंद केजरीवाल अपने दावे को साबित नहीं कर पाए, तो उनके खिलाफ “अफवाह फैलाने और जनता में अशांति पैदा करने” को लेकर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
AAP ने ACB की कार्रवाई को बताया ‘राजनीतिक साजिश’
इस नोटिस के बाद AAP और भाजपा के बीच राजनीतिक घमासान और तेज हो गया है। AAP ने इस नोटिस को “चुनाव से पहले पार्टी को डराने का प्रयास” बताया है।
AAP की लीगल सेल के हेड संजीव नासियार ने कहा: “ACB की टीम बिना कोई नोटिस दिए केजरीवाल के घर पर पहुंची थी। डेढ़ घंटे बाद हमें नोटिस थमाया गया। यह भाजपा और एलजी ऑफिस की मिलीभगत से रचा गया ड्रामा है।”
AAP के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा: “हमने एक ऐसे कॉल का फोन नंबर पहले ही जारी कर दिया है। अब हम शिकायत दर्ज कराएंगे। भाजपा चाहे तो इनमें से किसी एक पर भी कार्रवाई करके दिखाए।”
BJP का पलटवार: ‘AAP ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही’
भाजपा ने AAP के इन आरोपों को बेबुनियाद बताया और कहा कि यह पार्टी की आंतरिक गुटबाजी और गिरती लोकप्रियता से ध्यान हटाने की चाल है।
राजनीतिक उथल-पुथल के बीच जांच जारी
इस मामले में अब ACB आगे की जांच करेगी और देखना होगा कि अरविंद केजरीवाल इस नोटिस का क्या जवाब देते हैं। वहीं, दिल्ली की राजनीति में यह मुद्दा चुनाव प्रचार के दौरान अहम भूमिका निभा सकता है।