The News Air- गुलाम नबी आजाद गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनके आवास 10 जनपथ पर मुलाकात करेंगे। इस दौरान वह G-23 नेताओं के प्रपोजल को उनके सामने पेश करेंगे। बैठक में राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा के भी मौजूद रहने की उम्मीद है। माना जा रहा है कि गुलाम नबी आजाद से मुलाकात करने के बाद सोनिया गांधी कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक दोबारा बुला सकती हैं।
इससे पहले, पांच राज्यों में करारी हार के बाद गुलाम नबी आजाद के घर पर बुधवार रात कांग्रेस के G-23 नेताओं की मीटिंग हुई। यह बैठक पहले कपिल सिब्बल के घर होनी थी, लेकिन गांधी परिवार के खिलाफ दिए गए उनके बयान के बाद लोकेशन बदली गई।
18 असंतुष्ट नेताओं ने G-23 नेताओं की ओर से जारी पत्र में साइन किए
यह मीटिंग ऐसे समय में हो रही है जब G-23 ग्रुप के प्रमुख सदस्य कपिल सिब्बल ने एक इंटरव्यू में कहा था कि गांधी परिवार को कांग्रेस नेतृत्व छोड़ देना चाहिए और किसी अन्य नेता को जिम्मेदारी सौंपनी चाहिए। मीटिंग के बाद एक बयान में कहा गया कि भाजपा को 2024 में चुनौती देने के लिए एक मजबूत विकल्प की जरूरत है। कांग्रेस हाईकमान सामान्य विचारधारा वाले दलों से बात करे। लेटर पर गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा और विवेक तन्खा समेत 18 असंतुष्ट नेताओं ने साइन किए हैं।
खड़गे बोले- सिब्बल वकील, नेता नहीं
खड़गे (बाएं से दूसरे) ने कहा कि गली से लेकर दिल्ली तक कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सोनिया गांधी पर भरोसा हैं। पार्टी में जल्द ही बड़े बदलाव किए जाएंगे।
डिनर पार्टी पर राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने निशाना साधा। उन्होंने कहा- कपिल सिब्बल एक अच्छे वकील हो सकते हैं, लेकिन वो नेता नहीं हैं। उन्होंने आज तक कांग्रेस को एक गांव में भी मजबूत नहीं बनाया। इस तरह के डिनर ऑर्गनाइज करने से सोनिया गांधी पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है।