नई दिल्ली, 2 अप्रैल (The News Air): मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों की तैयारियां और काम जारी है. बीजेपी से लेकर कांग्रेस तक सभी पार्टियां चुनाव में अपनी जीत दर्ज करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं और प्लान बना रही हैं.
हालांकि, इतनी तैयारियों के बाद भी राज्य में कांग्रेस पार्टी को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं. पिछले कुछ समय से कांग्रेस नेता, विधायक, मेयर और कार्यकर्ता पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो रहे हैं. इस तूफान के बीच कांग्रेस के लिए एक अच्छी खबर है।
कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व विधायक
मध्य प्रदेश के पूर्व विधायक लक्ष्मण तिवारी सोमवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने लक्ष्मण तिवारी को कांग्रेस में शामिल कराया है. लोकसभा चुनाव 2024 में पहली बार मध्य प्रदेश का कोई पूर्व विधायक कांग्रेस में शामिल हुआ है. कांग्रेस चौथी पार्टी है जिसमें लक्ष्मण तिवारी शामिल हुए हैं. इससे पहले वह भारतीय जनशक्ति पार्टी, बीजेपी, एसपी में रह चुके हैं। कांग्रेस पार्टी में शामिल होने से पहले लक्ष्मण तिवारी ने रविवार को पीसीसी चीफ जीतू पटवारी से मुलाकात की।
वह 2008 में विधायक चुने गये थे
आपको बता दें कि लक्ष्मण तिवारी 2008 में उमा भारती की भारतीय जनशक्ति पार्टी से विधायक चुने गए थे. इसके बाद 2013 के विधानसभा से पहले उमा भारती ने भारतीय जनशक्ति पार्टी का बीजेपी में विलय कर दिया. इसके बाद 2013 में लक्ष्मण तिवारी ने बीजेपी के टिकट पर रीवा की मऊगंज सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन यहां वह कांग्रेस उम्मीदवार सुखेंद्र सिंह बन्ना से हार गए।
बीजेपी से हो गए बागी
इसके बाद 2018 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने लक्ष्मण तिवारी को टिकट नहीं दिया. इसके बाद उन्होंने बीजेपी छोड़ दी और उसी साल मऊगंज सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा। इस चुनाव में करीब 10 हजार वोट मिले थे. विधानसभा 2023 में लक्ष्मण तिवारी समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। समाजवादी पार्टी ने उन्हें सिरमौर से अपना उम्मीदवार बनाया. इस चुनाव में उन्हें सिर्फ 2 हजार वोट मिले।