मुंबई (The News Air): बॉलीवुड में वैसे तो पठानों की पूरी फौज मौजूद है, लेकिन पठानों की जो ठसक और धमक फिरोज खान में थी वो शायद की किसी और अभिनेता में देखने को मिले। कमीज के ऊपर के दो बटन खुले हुए और टाइट फिटिंग की पैंट, हाथ में लापरवाही से पकड़ी हुई सिगार… ये शख्सियत थी फिरोज खान की। फिरोज खान में जो स्वैग था, वो आज के किसी हीरो में नजर ही नहीं आता। स्टाइलिश होने के साथ-साथ फिरोज खान दुस्साहसी होने की हद तक निडर थे। आज एक्टर और फिल्ममेकर फिरोज खान की 14वीं डेथ एनिवर्सरी पर आइये आपको उनकी निडरता का एक दिलचस्प किस्सा सुनाते हैं..
पाकिस्तान में खुलेआम की हिंदुस्तान की तारीफ
साल 2006 में फिरोज खान अपने छोटे भाई संजय खान की फिल्म ‘ताजमहल’ का प्रमोशन करने पाकिस्तान गए थे। लाहौर में उन्होंने खुलेआम एक स्टेज पर भारत की तारीफ के जो पुलिंदे बांधे वह पाकिस्तानियों को रास नहीं आ रहे थे। इस मंच पर तत्कालीन तानाशाह परवेज मुशर्रफ भी बैठे थे, जो हिंदुस्तान में मुसलमानों की दुर्गति पर नकली आंसू बहा रहे थे।
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फिरोज खान ने की पाकिस्तानियों की बुराई
फिरोज खान ने उनकी बात काटते हुए कहा,’उनका भारत देश सेक्युलर है और वहां रहने वाले मुसलमान तेजी से तरक्की कर रहे हैं, जबकि पाकिस्तान ने इस्लाम का बढ़ावा देने के लिए देश बनाया है और यहां के मुसलमानों के हालात काफी खराब है। यहां के मुसलमान आपस में ही एक दूसरे के दुश्मन हैं। ये बयान जब उन दिनों अखबरों और मैगजीन की सुर्खियां बने तो पाकिस्तान के मौजूदा राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ को ये रास नहीं आया और उन्होंने फिरोज खान के पाकिस्तान आने पर बैन लगा दिया।