Ludhiana Fire Incident (लुधियाना आग हादसा) में सोमवार को पंजाब के लुधियाना (Ludhiana) शहर के विश्वकर्मा चौक गिल रोड स्थित सोनू साइकिल इंडस्ट्री (Sonu Cycle Industry) में भीषण आग लग गई, जिसमें दो मजदूरों की जलकर मौत हो गई और तीन अन्य मजदूर घायल हो गए। यह हादसा इतना भीषण था कि मजदूरों को बचने का मौका तक नहीं मिला। आग के कारणों का अभी तक खुलासा नहीं हो सका है, और पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
“फैक्ट्री में नाबालिग भी थे काम पर” – विधायक कुलवंत सिद्धू
आग की सूचना मिलते ही आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक कुलवंत सिद्धू (Kulwant Sidhu) घटनास्थल पर पहुंचे। विधायक ने कहा कि फैक्ट्री में नाबालिगों (Minors) को भी काम पर रखा गया था और यहां केमिकल्स (Chemicals) भी बनाए जाते थे। उन्होंने आरोप लगाया कि फैक्ट्री के मालिक की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ। विधायक सिद्धू ने कहा कि आग के कारणों की जांच की जाएगी और जांच के बाद फैक्ट्री मालिक के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की जाएगी।
“फैक्ट्री में सुरक्षा के मानक नहीं थे” – एसएचओ कुलवंत कौर
फैक्ट्री हादसे पर थाना डिवीजन नंबर-6 की एसएचओ कुलवंत कौर (SHO Kulwant Kaur) ने भी बयान दिया। उन्होंने कहा, “अभी तक आग के कारणों का पता नहीं चला है और मृतकों की पहचान भी नहीं हो पाई है। मृतक दोनों मजदूर प्रवासी (Migrant Workers) थे।” उन्होंने यह भी कहा कि फैक्ट्री में ना तो आग बुझाने के इंतजाम थे, और न ही मजदूरों की सुरक्षा के लिए कोई खास व्यवस्था की गई थी। उन्होंने वादा किया कि घटना की गहन जांच की जाएगी और मामले में फैक्ट्री मालिक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
क्या यह हादसा सुरक्षा मानकों की अनदेखी का परिणाम है?
सोनू साइकिल इंडस्ट्री (Sonu Cycle Industry) में साइकिल के कवर और अन्य पार्ट्स (Bicycle Covers and Parts) का निर्माण किया जाता था। इस घटना से यह सवाल उठता है कि क्या फैक्ट्री में श्रमिक सुरक्षा (Worker Safety) के मानक और बाल श्रम (Child Labour) कानूनों का उल्लंघन किया जा रहा था। पुलिस इस पहलू की भी जांच कर रही है।