नई दिल्ली, 17 फ़रवरी (The News Air)– दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने यमुना नदी की सफाई को अपना बड़ा मुद्दा बनाते हुए चुनावी वादे किए थे। बीजेपी ने यह वादा किया था कि सत्ता में आने पर साबरमती रिवर फ्रंट की तर्ज पर यमुना रिवर फ्रंट भी बनाएंगे। चुनाव जीतने के बाद अब बीजेपी ने यमुना की सफाई का काम शुरू कर दिया है। इसके लिए बड़े-बड़े मशीनें मंगवाई गई हैं, और उपराज्यपाल कार्यालय ने भी इसे लेकर जानकारी दी है। उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने मुख्य सचिव और एसीएस से मुलाकात कर काम तुरंत शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
हालांकि, इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी (AAP) ने बीजेपी और उपराज्यपाल की आलोचना की है। AAP नेता गोपाल राय ने कहा कि अगर सब कुछ उपराज्यपाल को ही करना है, तो राष्ट्रपति शासन क्यों नहीं लगा दिया जाता? उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी के चुनावी वादों को पूरा करने में उनकी सरकार का कोई योगदान नहीं है, और यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह काम करे।
गोपाल राय ने कहा, “दिल्ली में इतना बड़ा चुनाव हुआ और अगर सभी फैसले उपराज्यपाल को ही लेने हैं तो राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिए। जनता ने सरकार चुनी है, मुख्यमंत्री और सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे।” उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि अचानक इस मुद्दे में उपराज्यपाल का हस्तक्षेप करने के पीछे बीजेपी का कौन सा पावर गुट काम कर रहा है, यह वही बता सकते हैं।
गोपाल राय ने आगे कहा कि बीजेपी को जो चुनावी वादे किए थे, उन्हें अब पूरा करने की दिशा में काम करना चाहिए। यह सरकार की जिम्मेदारी है, और दिल्ली की जनता ने उन्हें चुना है, इसलिए बीजेपी को अपनी भूमिका निभानी चाहिए।
इस मामले पर आम आदमी पार्टी ने साफ तौर पर बीजेपी की राजनीति पर सवाल उठाए हैं और यह कहा है कि सरकार को पूरी तरह से काम करने का मौका मिलना चाहिए, न कि उपराज्यपाल के माध्यम से सत्ता का संचालन होने देना चाहिए।