कोलकाता, 11 मार्च (The News Air) कोलकाता में ब्यूटी सैलून की मालकिन सोमा चक्रवर्ती, जिन्होंने कथित तौर पर पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के शिक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार युवा तृणमूल कांग्रेस के नेता कुंतल घोष से 50 लाख रुपये का ऋण लिया था, अब सरकार को पैसा तुरंत वापस करना होगा। सूत्रों ने कहा कि सोमा चक्रवर्ती को शुक्रवार को उत्तरी बाहरी इलाके में साल्ट लेक में केंद्र सरकार के कार्यालय (सीजीओ) परिसर में ईडी के कार्यालय में बुलाया गया था, जहां उन्हें घोष से लिए गए ऋण के रूप में ली गई राशि वापस करने के लिए कहा गया था। सूत्रों ने कहा कि उन्हें अगले पांच दिनों के भीतर डिमांड ड्राफ्ट के रूप में पैसे लौटाने होंगे।
सोमा चक्रवर्ती का नाम तब सामने आया, जब केंद्रीय एजेंसी ने घोष के बैंक खाते के विवरण और वहां लेनदेन की जांच करते हुए पता लगाया कि विभिन्न चरणों में घोष के खाते से 50 लाख रुपये उनके खाते में भेजे गए थे।
सोमा ने पूछताछ के दौरान ईडी अधिकारियों को बताया कि वह दो सौंदर्य सैलून की मालकिन हैं, एक दक्षिण कोलकाता में और दूसरा उत्तर कोलकाता के लेक टाउन इलाके में और उन्होंने उन सैलूनों के विस्तार और बुनियादी ढांचे में सुधार के उद्देश्य से घोष से ऋण के रूप में पैसे लिए।
सूत्रों ने कहा कि ईडी के अधिकारियों ने सोमा को पैसे वापस करने के लिए कहा, क्योंकि यह माना जाता है कि ऋण के रूप में घोष से प्राप्त राशि कथित रूप से घोटाले की आय का हिस्सा थी।
अब सवाल यह उठता है कि क्या ईडी टॉलीवुड अभिनेता बोनी सेनगुप्ता उर्फ अनुप्रियो सेनगुप्ता से भी पैसे वापस करने के लिए कहेगी, जिन्होंने दावा किया था कि उन्होंने घोष से हाई-एंड प्रीमियम वाहन खरीदने के लिए 40 लाख रुपये का ऋण लिया था।
सेनगुप्ता ने यह भी दावा किया कि कर्ज की रकम घोष द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में प्रस्तुति देने की फीस के रूप में समायोजित किया गया था। साथ ही, सेनगुप्ता ने कहा कि पूरी व्यवस्था आपसी विश्वास पर आधारित थी और इस संबंध में कोई कागजी समझौता नहीं हुआ था।