Ola Electric : भारतकी अग्रणी इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कंपनी Ola Electric को कस्टमर्स की बड़ी संख्या में शिकायतों के कारण कानूनी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। Central Consumer Protection Authority (CCPA) ने ओला से दोबारा जानकारी मांगी है। शिकायतें मुख्यतः खराब सर्विस, भ्रामक विज्ञापनों और ग्राहकों के अधिकारों के उल्लंघन से संबंधित हैं।
पिछले महीने भी CCPA ने Ola Electric को नोटिस जारी किया था, और कंपनी ने Karnataka High Court से छह सप्ताह की समय सीमा में उत्तर देने की अनुमति प्राप्त की थी।
CCPA की जांच का कारण क्या है?
10,000 से अधिक शिकायतें: कस्टमर्स ने ओला के इलेक्ट्रिक स्कूटर्स को लेकर खराब परफॉर्मेंस, सर्विस में कमी और अन्य समस्याओं की शिकायतें दर्ज की हैं।
भ्रामक विज्ञापन: ओला पर कस्टमर्स को गुमराह करने वाले विज्ञापनों का भी आरोप है।
कंपनी का रवैया: शिकायतों और नोटिस पर उचित जवाब न देने के कारण कंपनी की मुश्किलें बढ़ी हैं।
हाई कोर्ट का आदेश और CCPA की कार्रवाई : Karnataka High Court ने ओला इलेक्ट्रिक को CCPA द्वारा मांगे गए दस्तावेज जमा करने का निर्देश दिया है। हाई कोर्ट ने स्पष्ट किया कि नोटिस वैध है और जांच अधिकारी अधिकृत हैं।
CCPA ने ओला इलेक्ट्रिक के खिलाफ प्रारंभिक जांच में कई खामियां पाई थीं। इसके बाद Director General of Investigation को जांच के निर्देश दिए गए।
Ola Electric को SEBI की चेतावनी : कंपनी को हाल ही में Securities and Exchange Board of India (SEBI) से भी चेतावनी मिली थी। ओला के सीईओ Bhavish Aggarwal पर आरोप है कि उन्होंने महत्वपूर्ण जानकारियां स्टॉक एक्सचेंज पर फाइलिंग से पहले सोशल मीडिया पर शेयर कीं।
क्या ओला पर पड़ेगा इसका वित्तीय असर? : ओला इलेक्ट्रिक ने स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में कहा है कि CCPA के नोटिस का कंपनी की फाइनेंशियल परफॉर्मेंस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
क्या होगा ओला इलेक्ट्रिक का भविष्य? : Ola Electric के लिए यह समय चुनौतीपूर्ण है। बढ़ती कानूनी परेशानियां और कस्टमर्स की शिकायतें कंपनी की छवि को नुकसान पहुंचा सकती हैं। अगर ओला इन समस्याओं का हल नहीं निकाल पाई, तो यह मार्केट में इसकी स्थिति को कमजोर कर सकता है।
आपकी राय: क्या आप ओला इलेक्ट्रिक के प्रोडक्ट्स और सर्विस से संतुष्ट हैं? हमें कमेंट में बताएं और ऐसे ही लेटेस्ट अपडेट्स के लिए फॉलो करें।