अमृतसर (The News Air) आम बजट 2023 में चाहे किसानों के लिए अलग से पैकेज लाए गए हैं, लेकिन पंजाब के किसान वादे पूरे ना होने से खफा हैं। वीरवार पंजाब के 13 जिलों में 40 जगहों पर केंद्र सरकार व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुतले जलाए गए हैं। किसानों का आरोप है कि केंद्र ने किए वादे इस बजट में भी पूरे नहीं किए हैं।
केंद्र सरकार के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन।
किसानों ने आरोपल लगाए हैं कि आम बजट में किसानों व मजदूरों को पूरी तरह से अनदेखा किया गया है। दिल्ली मोर्चे से घबराई सरकार ने किसानों व मजदूरों से बदला लिया है। पिछले बजट के मुकाबले इस बाद बजट कम कर दिया गया है, जबकि कार्पोरेट घरानों पर कोई टैक्स नहीं बढ़ाया गया। केंद्र की कुल स्कीमें 17 प्रतिशत हैं और कुल खर्चे 20 प्रतिशत जा रहे हैं। किसानों ने इस बिल को पूरी तरह से नकार दिया है। जिससे खफा होकर किसान सड़कों पर उतरे हैं।
किसान बुरे हालातों का शिकार
किसानों का आरोप है कि देश का कृषि सेक्टर पहले से ही सरकार की कार्पोरेट पक्षीय नीतियों के कारण बुरे हालातों का शिकार है। पंजाब में चावल की फसल और 23 फसलों की एमएसपी के लिए कोई बजट नहीं रखा गया। धरती के नीचे के पानी को बचाने के लिए जारी होने वाला बजट कम कर दिया गया है।
पराली जलाने से रोकने के लिए नहीं रखा बजट
हवा प्रदूषण के लिए केंद्र सरकार बार-बार किसानों को जिम्मेदार ठहराती है। लेकिन मांग करने पर भी बजट में इसके लिए कोई प्रावधान नहीं रखा गया। मनरेगा जैसी स्कीम में मजदूरों को काम देने के लिए जरूरी बजट 7.50 लाख करोड़ का होना चाहिए। लेकिन पिछले साल के 73 हजार करोड़ से कम करके इसे 60 हजार करोड़ कर दिया गया है।
बजट में कटौती
किसानों का कहना है कि सेहत बजट 3 हजार करोड़, सिचाई बजट 2 हजार करोड़, शिक्षा बजट 600 करोड़, परीएम सुरक्षा स्कीम 7 हजार करोड़ सहित ग्रामीण विकास योजना के बजट में भी कटौती की गई है।
पूरे पंजाब में जलाए गए पुतले
पंजाब के 13 जिलों में 40 जगह किसानों ने अपने गुस्से जाहिर किया
- अमृतसर में 7 जगह
- तरनतारन में 2 जगह
- गुरदासपुर में 7 जगह
- फिरोजपुर में 9 जगह
- फरीदकोट में एक जगह
- मुक्तसर में एक जगह
- मानसा में एक जगह
- फाजिल्का में एक जगज
- मोगा में 1 जगह
- लुधियाना में 1 जगह
- होशियारपुर में 6 जगह
- जालंधर में एक जगह
- कपूरथला में 2 जगह प्रदर्शन