Christopher Wood ने Zomato में अपना निवेश बढ़ाकर दोगुना कर दिया है। इंडिया लॉन्ग पोर्टफोलियो में उन्होंने इसका वेटेज और एक फीसदी बढ़ाया है। क्रिस्टोफर वुड विदेशी ब्रोकरेज फर्म Jefferies के ग्लोबल हेड (इक्विटी) हैं। दुनिया के मशहूर फंड मैनेजर ने इस बदलाव के बारे में अपने वीकली न्यूजलेट Greed & Fear के नए एडिशन में बताया है। मई में उन्होंने अपने दो लॉन्ग पोर्टफोलियो में Zomato को शामिल किया था। दोनों में उन्होंने इसे 4-4 फीसदी वेटेज दिया था। उन्होंने कहा है कि ONGC में निवेश 1 फीसदी घटाने से इंडिया-लॉन्ग पोर्टफोलियो में जोमैटो में निवेश एक फीसदी बढ़ जाएगा। अब उनके पोर्टफोलियो में जोमैटो का वेजेट 5 फीसदी हो गया है।
वुड ने अपने पोर्टफोलियो में एक दूसरा बदलाव भी किया है। उन्होंने अपने एशिया-एक्स-जापान लॉन्ग-ओनली पोर्टफोलियो से JD.Com को बाहर कर दिया है। इसकी जगह उन्होंने Baidu को शामिल किया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका में बिटकॉइन के नियमों को लेकर तस्वीर साफ हो रही है। इससे बिटकॉइन स्पॉट ETF का रास्ता खुलता दिख रहा है। BlackRock ने एक स्पॉट बिटकॉइन ईटीएफ शुरू करने के लिए अमेरिकी रेगुलेटर SEC की इजाजत मांगी है। इस एलान के बाद से बिटकॉइन 22 फीसदी चढ़ा है।
वुड ने अपने वीकली न्यूजलेटर में लिखा है कि BlackRock ने इस भरोसे के बाद ही बिटकॉइन स्पॉट ईटीएफ के लिए अप्लाई किया होगा कि उसे इसकी मंजूरी मिल जाएगी। इसलिए भी यह बात सही लगती है क्योंकि ARK, VanEck और Invesco ने भी इसी तरह के अप्लिकेशंस दाखिल किए हैं। हालांकि, यह भी ध्यान में रखना होगा कि इससे पहले ऐसे 30 अप्लिकेशंस दाखिल किए गए थे और SEC ने सभी को रिजेक्ट कर दिया था। लेकिन, इस बार उम्मीद की जा रही है कि स्थिति अलग होगी।
Bitcoin पर वुड के बुलिश होने की एक वजह यह है कि next halving अब सिर्फ 10 महीने दूर है। यह अप्रैल 2024 में होगी। हाल्विंग हर चार साल पर होता है। इसमें बिटकॉइन माइनर्स को रिवॉर्ड दिया जाता है। वुड ने कहा है कि अब तक हर बार हाल्विंग से पहले बिटकॉइन में निवेश से प्रॉफिट हुआ है। 28 नवंबर, 2012 को पहली हाल्विंग के बाद के 12 महीनों में बिटकॉइन करीब 90 गुना चढ़ा था। दूसरी हाल्विंग 9 जुलाई, 2016 को हुई थी। तब 18 महीनों में यह 30 गुना चढ़ा था। जेफरी के फंड मैनेजर ने ग्लोबल लॉन्ग ओनली इक्विटी पोर्टफोलियो में अमेरिकी कोटेड GrayScale Bitcoin Trust में 3 फीसदी निवेश किया है। इसमें बिटकॉइन प्राइस के मुकाबले 30 फीसदी डिस्काउंट पर कारोबार हो रहा है।