The News Air- (चंडीगढ़) पंजाब के पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सियासी खेल शुरु कर दिए हैं। कैप्टन की नई पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी का चंडीगढ़ के सेक्टर 9 में ऑफ़िस खुल गया है। कल अमरिंदर दिल्ली में BJP के राष्ट्रीय प्रधान जेपी नड्डा से मीटिंग करेंगे। इसके लिए वह आज ही दिल्ली रवाना हो सकते हैं। मीटिंग में BJP और शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) को लेकर सीट शेयरिंग पर चर्चा करेंगे।
BJP से कैप्टन की मुलाक़ात की टाइमिंग भी उसी किसान आंदोलन से जुड़ी है, जिस पर अमरिंदर ने सियासी भविष्य दांव पर लगाया था। कैप्टन ने कहा था कि आंदोलन ख़त्म होने के बाद भाजपा से बात करेंगे। कल यानी 4 दिसंबर को ही संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) आंदोलन ख़त्म करने पर फ़ैसला लेने वाला है। इसके अलावा कैप्टन ने कांग्रेस पर ज़ुबानी हमले भी तेज़ कर दिए हैं।
हिंदू होने की वजह से जाखड़ CM नहीं बने
कैप्टन ने कहा कि मैं जाति या धर्म के आधार पर राजनीति करने के सख़्त ख़िलाफ़ हूं। सुनील जाखड़ को मुख्यमंत्री सिर्फ़ इसलिए नहीं बनने दिया गया कि वह हिंदू हैं, यह बहुत ग़लत है।
कांग्रेस में आंतरिक लोकतंत्र नहीं
कैप्टन ने कहा कि कांग्रेस में लोकतंत्र नाम की कोई चीज़ नहीं है। यहां सबको बताया जाता है कि किसने क्या करना है। पंजाब की मौजूदा चन्नी की सरकार को लेकर भी अक्सर चर्चा रहती है कि उनकी सरकार के फ़ैसले भी दिल्ली से तय किए जा रहे हैं।
पटियाला में सरकार को पटखनी
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दावा किया कि उन्होंने पटियाला नगर निगम में कांग्रेस को पटखनी दे दी है। कैप्टन के क़रीबी मेयर संजीव शर्मा बिट्टू के ख़िलाफ़ कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई थी। जिसके लिए ज़रूरी 21 की जगह उन्होंने 25 मत जुटा लिए। इस पर मुहर तब लगी, जब हाईकोर्ट में सरकार ने कहा कि अभी मेयर संजीव शर्मा ही हैं। हालांकि प्रस्ताव के दिन मंत्री ब्रह्ममोहिंदरा ने कहा था कि मेयर विश्वास मत के लिए ज़रूरी 31 वोट नहीं जुटा सके, इसलिए उन्हें सस्पेंड कर दिया है।