पुलवामा, 3 जूनः
नेताओं पर गोलीबारी की खबरें अक्सर सामने आती रहती हैं। वहीं, पिछले दिनों में बीजेपी नेताओं पर गोलीबारी की घटना को कई बार देखा गया है और अब एक बार फिर ऐसी ही एक खबर सामने आई है। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले स्थित त्राल में एक बीजेपी नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। यहां, बीजेपी नेता और नगर पार्षद राकेश पंडिता को मौत के घाट उतारा गया है। हत्या की इस घटना को अंजाम आतंकियों ने दिया है। बताया जाता है कि बुधवार देर शाम घात लगाए बैठे करीब तीन आतंकियों ने राकेश पंडिता पर गोलियां बरसा दीं और मौके भाग निकले।
जानकारी के मुताबिक गोलियां लगने के बाद राकेश को पास के एक निजी अस्पताल ले जाया गया लेकिन राकेश की हालत इतनी गंभीर बनी हुई थी कि उनकी जान बच नहीं सकी। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। राकेश पंडिता की मौत के बाद जहाँ उनके परिवार में मातम का माहौल छाया हुआ है। वहीं, पार्टी में शोक की लहर दौड़ लग गई है। पार्टी नेता राकेश पंडिता की मौत पर दुःख व्यक्त कर रहे हैं और परिवार को इस मुश्किल समय में हिम्मत बंधा रहे हैं।
बताते हैं कि, राकेश पंडिता को 2 PSO की सुरक्षा दी गई थी, लेकिन घटना के दौरान उनके साथ कोई सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं था। जिसके जिम्मेदार खुद राकेश पंडिता ही हैं। उन्होने अपनी सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों को खुद ही थोड़ी देर के लिए खुद से अलग कर दिया था। और आलम यह है कि उनके साथ यह घटना घाट गई।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि पुलवामा के त्राल में पार्षद राकेश पंडिता पर हुए आतंकी हमले के बारे में सुनकर दुख हुआ। मैं इस हमले की कड़ी निंदा करता हूं। इस दुख की घड़ी में शोक संतप्त परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं। उन्होंने कहा कि आतंकवादी अपने नापाक मंसूबों में कभी कामयाब नहीं होंगे और ऐसे जघन्य कृत्यों के लिए जिम्मेदार लोगों को न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाएगा।
घटना के बाद से पुलिस एक्शन में आ गई है। वहीं पूरे इलाके को सुरक्षाबलों ने भी घेर लिया है और आतंकियों को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है। इधर, राकेश पंडिता की हत्या के बाद से कश्मीर की सियासत फिर गरमा गई है। पीपुल्स कांफ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने बंदूक को कश्मीर का सबसे बड़ा दुभार्ग्य बताया है। ट्वीट में लिखा गया है कि फिर एक निहत्ते को शिकार बनाया गया है.ये बंदूक ही कश्मीर का सबसे बड़ा अभिशाप है। ये बंदूकबाज जहां से आए हैं, वहां वापस चले जाएं। कश्मीर ने बहुत सहन कर लिया है।
राकेश पंडिता की हत्या पर केंद्रीय मंत्री मुख़्तार अब्बास नक़वी ने कहा कि इस तरह का जघन्य और अमानवीय अपराध करने वालों और उनके आकाओं को बख्शा नहीं जाएगा, उन्हें ये बात अच्छी तरह समझ लेनी चाहिए। इसका हिसाब उनको ब्याज के साथ देना पड़ेगा।
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि त्राल के नगर पार्षद राकेश पंडिता पर हुए भीषण आतंकी हमले से गहरा सदमा लगा है। जो नहीं चाहते कि कश्मीर घाटी में जमीनी लोकतंत्र को ताकत मिले….उनके द्वारा यह बेहद नृशंस और अमानवीय कृत्य किया गया है। परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना।
राकेश पंडिता के बेटे ने कहा, “पापा ही हमारे घर में कमाने वाले थे, मेरी मम्मी हाउस वाइफ हैं और चाचा विकलांग। मैं सरकार से यही चाहता हूं कि अगर ये साज़िश है तो पता किया जाए कि इसके पीछे कौन थे।