AAP MLA Amanatullah Khan Controversy: आम आदमी पार्टी (AAP) के चर्चित विधायक अमानतुल्लाह खान (Amanatullah Khan) एक बार फिर मुश्किलों में घिर गए हैं। दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने उनके खिलाफ अपराधी को भगाने और सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप लगाया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जामिया नगर (Jamia Nagar) इलाके में सोमवार को पुलिस एक अपराधी शाहबाज खान (Shahbaz Khan) को गिरफ्तार करने पहुंची थी, लेकिन अमानतुल्लाह खान के समर्थकों ने पुलिस की कार्रवाई में दखल देकर शाहबाज को भगा दिया।
अब दिल्ली पुलिस अमानतुल्लाह खान की तलाश में जुटी हुई है। जामिया नगर थाने के अलावा साउथ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट (South East District) और क्राइम ब्रांच (Crime Branch) की टीमें लगातार रेड (Raid) कर रही हैं। माना जा रहा है कि कभी भी उनकी गिरफ्तारी (Arrest) हो सकती है।
Amanatullah Khan पर क्या हैं आरोप?
दिल्ली पुलिस के अनुसार, आप विधायक अमानतुल्लाह खान के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने और अपराधी को भगाने का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि सोमवार दोपहर क्राइम ब्रांच की एक टीम शाहबाज खान को गिरफ्तार करने के लिए जामिया नगर पहुंची थी।
पुलिस के मुताबिक, “शाहबाज हत्या की कोशिश और आर्म्स एक्ट (Arms Act) का वांछित अपराधी है। 2018 में उसके खिलाफ हत्या के प्रयास का केस दर्ज किया गया था, लेकिन वह जमानत पर बाहर था और लगातार कोर्ट की तारीखों से बच रहा था।”
पुलिस टीम शाहबाज से पूछताछ कर ही रही थी कि तभी अमानतुल्लाह खान के समर्थकों की भीड़ वहां पहुंच गई और जबरन शाहबाज को छुड़ाकर ले गई।
एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, “जब हमने शाहबाज को गिरफ्तार किया, तभी कुछ लोग आए और हमारे काम में बाधा डालने लगे। वे शाहबाज को जबरन हमारे कब्जे से छुड़ाने की कोशिश कर रहे थे। तभी उन्होंने कहा कि वे ‘अमानतुल्लाह खान के आदमी’ हैं और खुद अमानतुल्लाह खान भी वहीं पास में हैं। देखते ही देखते हमें घेर लिया गया और शाहबाज फरार हो गया।”
Delhi Police ने दर्ज किया केस, Amanatullah की तलाश जारी
पुलिस ने इस घटना के बाद AAP विधायक अमानतुल्लाह खान के खिलाफ धारा 221 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। DCP South East रवि कुमार सिंह (DCP Ravi Kumar Singh) ने बताया कि, “शाहबाज खान 2018 से अपराधी घोषित है और उसके खिलाफ क्राइम ब्रांच कार्रवाई कर रही थी। अमानतुल्लाह खान अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंचे और उसे भगा दिया। यह पूरी तरह से सरकारी काम में बाधा डालने का मामला है। हमने इस आधार पर FIR दर्ज की है।”
इसके बाद दिल्ली पुलिस ने अमानतुल्लाह खान के घर पर भी छापेमारी की, लेकिन वह वहां मौजूद नहीं थे। अब पुलिस उनकी तलाश में जगह-जगह छापे मार रही है।
Amanatullah Khan का विवादों से पुराना नाता!
अमानतुल्लाह खान पर पहले भी कई गंभीर आरोप लग चुके हैं। 2022 में उन्हें भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार किया था। उन पर दिल्ली वक्फ बोर्ड (Delhi Waqf Board) से जुड़े भ्रष्टाचार में शामिल होने का आरोप लगा था।
सितंबर 2022:
- ED ने वक्फ बोर्ड घोटाले में गिरफ्तार किया था।
- दिल्ली की अदालत ने नवंबर 2024 में जमानत दी थी।
- उनके कई करीबी लोगों के घरों पर भी ED की छापेमारी हुई थी।
AAP का बचाव, BJP और Congress ने बोला हमला
आम आदमी पार्टी ने इस मामले पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। हालांकि, AAP के कुछ नेताओं ने इसे “राजनीतिक बदले की कार्रवाई” बताया है।
वहीं, BJP और कांग्रेस ने इसे AAP की भ्रष्ट राजनीति का एक और उदाहरण बताया।
BJP नेता मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) ने कहा कि, “अमानतुल्लाह खान हमेशा विवादों में रहे हैं। पहले भ्रष्टाचार, फिर वक्फ बोर्ड घोटाला, और अब अपराधियों को बचाने में लगे हैं। दिल्ली की जनता को अब समझ जाना चाहिए कि AAP के असली चेहरे क्या हैं?”
कांग्रेस नेता अजय माकन (Ajay Maken) ने भी AAP पर निशाना साधते हुए कहा, “AAP का असली चेहरा बेनकाब हो चुका है। यह वही पार्टी है जो भ्रष्टाचार और अपराध को खत्म करने की बात करती थी और अब अपराधियों को बचा रही है।”
अब आगे क्या? Amanatullah Khan की होगी गिरफ्तारी?
दिल्ली पुलिस AAP विधायक की तलाश में जुटी हुई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक,
- क्राइम ब्रांच और साउथ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट की टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं।
- पुलिस ने कोर्ट से गैर-जमानती वारंट (NBW) जारी करवाने की तैयारी कर ली है।
- अगर अमानतुल्लाह खान जल्द पेश नहीं हुए, तो उनकी गिरफ्तारी तय मानी जा रही है।
AAP विधायक अमानतुल्लाह खान एक बार फिर कानूनी पचड़े में फंस गए हैं। दिल्ली पुलिस ने उनके खिलाफ अपराधी को भगाने और सरकारी काम में बाधा डालने का केस दर्ज किया है। बीजेपी और कांग्रेस ने AAP पर सीधा हमला बोला है। अब देखना होगा कि क्या अमानतुल्लाह खान जल्द गिरफ्तार होंगे, या फिर कानूनी दांवपेंच से बच निकलेंगे?