The News Air- (चंडीगढ़) आम आदमी पार्टी के पंजाब प्रधान भगवंत मान ने भाजपा पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें लुभावने ऑफर देकर ख़रीदने की कोशिश कर रही है। लेकिन एक बात बता दूं कि अभी तक वे नोट नहीं बने, जो मुझे ख़रीद सकें। मैं मिशन पर हूं, कमीशन पर नहीं। भगवंत मान ने भाजपा की ख़रीद फरोख़्त की कोशिश का खुलासा करते हुए कहा कि चार दिन पहले उन्हें भाजपा के एक बड़े नेता का फ़ोन आया। उसने कहा कि आप भाजपा में आने का क्या लेंगे। कितने पैसे लेंगे यह बता दें। केंद्रीय मंत्रिमंडल में कौन-सा मंत्रालय चाहिए, संगठन में क्या पद चाहिए। आपके ऊपर दल बदल नियम भी लागू नहीं होता क्योंकि आप वरिष्ठ और इकलौते सांसद हैं।
भगवंत मान ने बताया कि उन्होंने सीधे सपाट शब्दों में भाजपा नेता को जवाब दिया। कहा कि वह राजनीति में मिशन पर हैं, न कि कमीशन पर। मिशन और कमीशन में सिर्फ़ ‘क’ शब्द का ही फ़र्क है। वे कोई और होंगे, जिन्हें आप ख़रीद लेते होंगे। अभी तक वे नोट नहीं बने, जो भगवंत मान को ख़रीद सकें। वह पंजाब की सेवा के लिए उस समय राजनीति में आए थे, जब पैसे कमाने वाला उनका करियर चर्म पर था। उन्होंने पार्टी को ख़ून पसीने से सींचा है। लोगों को विश्वास है कि भगवंत मान जहां खड़ा है, वहाँ खड़ा है।
भाजपा वाले भगवंत मान के विश्वास को ख़रीद नहीं सकते। भाजपा को शायद गलतफहमी है कि उनकी ट्यूनिंग पार्टी में ठीक नहीं है। पार्टी एक परिवार की तरह होती है। इसमें छोटे-मोटे मनमुटाव चलते रहते हैं, जो पार्टी प्लेटफॉर्म पर ही हल होते हैं। भाजपा गलतफहमी को अपने मन से निकाल दे। जिस पार्टी ने 750 किसानों की जान ले ली, जिस पार्टी ने यूपी के लखीमपुर खीरी में किसानों को कीड़ों-मकौड़ों की तरह गाड़ियों के नीचे रौंदा हो, वह सरकार जिसने एक साल तक पंजाब बड़े-बुजुर्गों माताओं-बहनों को सूली पर टांग कर रखा, जिस पार्टी ने दिल्ली की सीमाओं पर बैठे किसानों को गुंडे, मवाली, आतंकी कहा, उस पार्टी में मैं जाने की कभी सोच भी नहीं सकता।
मैं भरपेट रोटी की जगह भूखा रहना पसंद करुंगा, लेकिन अपना ज़मीर मार पर भाजपा में नहीं जाऊंगा। भाजपा को हॉर्स ट्रेडिंग आती है, इससे पहले वह मध्यप्रदेश, कर्नाटक, गोवा और मेघालय में भी ऐसा कर चुके हैं। अब वे पंजाब में भी ख़रीद फरोख़्त करना चाहते हैं, लेकिन वह आम आदमी पार्टी के किसी भी कार्यकर्ता को ख़रीदने कोशिश न करें, क्योंकि आप में सभी ज़मीर वाले हैं, बिकाऊ नहीं। भगवंत मान से यह पूछे जाने पर कि वह उस नेता का नाम क्यों नहीं बता रहे, जिसने ख़रीदने की कोशिश की तो उन्होंने कहा वक़्त आने पर उस नेता का नाम भी उजागर करेंगे।