The News Air- (चंडीगढ़) चुनाव नज़दीक आते ही पंजाब कांग्रेस में प्रधान नवजोत सिद्धू का विरोध शुरू हो गया है। कांग्रेस (AICC) के नेशनल कोऑर्डिनेटर और पंजाब प्रवक्ता प्रीत पाल सिंह बलियावाल ने सोनिया को इस्तीफ़ा भेज दिया है।
उन्होंने कहा कि वह पंजाब में हो रही नॉनसेंस और एंटी पार्टी-एंटी गवर्नमेंट टिप्पणियों को डिफेंड नहीं कर सकते। उन्होंने कैप्टन अमरिंदर सिंह और सुनील जाखड़ की भी तारीफ़ की। बलियावाल के पास हरियाणा और हिमाचल किसान कांग्रेस का प्रभार होने के साथ वह पंजाब कांग्रेस के सीनियर मीडिया पैनलिस्ट भी थे।
सिद्धू के पाक संबंधों पर भी उठाए सवाल
बलियावाल ने सोनिया को भेजे इस्तीफ़े में लिखा कि 15 साल से वह कांग्रेस को मज़बूत करने के लिए काम कर रहे हैं। अब आपने पंजाब को ग़लत हाथों में सौंप दिया है। एक प्रवक्ता के तौर पर उन्हें पार्टी और सरकार विरोधियों टिप्पणियों का बचाव करना बहुत मुश्किल हो जाता है। इसमें नवजोत सिद्धू की पाकिस्तान के साथ संबंध भी शामिल हैं।
कैप्टन-जाखड़ की लीडरशिप में मज़बूत थी कांग्रेस
बलियावाल ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह और सुनील जाखड़ की लीडरशिप में कांग्रेस 2022 में पंजाब में सरकार बनाने की मज़बूत स्थिति में थी, लेकिन आपने नवजोत सिद्धू को चुना। CM चरणजीत चन्नी की अगुवाई में सरकार बढ़िया काम कर रही है। मगर सिद्धू के रोज़ाना के ट्वीट से पार्टी की छवि ख़राब हो रही है।
टाइटलर को स्थायी मेंबर बनाने पर भी हुआ आहत
बलियावाल ने कहा कि अकाली सरकार के वक़्त उनके परिवार पर झूठे केस दर्ज़ हुए। उनका बिजनेस तबाह हो गया। इसके बावज़ूद वह कांग्रेस के साथ डटे रहे। उन्होंने कहा कि जगदीश टाइटलर को दिल्ली कांग्रेस का स्थायी मेंबर बनाने की वजह से भी मैं आहत हुआ।