बाजवा ने कड़ा पलटवार करते हुए कहा कि मान भ्रष्टाचार पर मन मरज्ञी मत करो

  • जैन और सिसोदिया के मामले में आप दिल्ली में शिकार बनते हैं और विरोध के खिलाफ पंजाब में प्रतिशोधी

चंडीगढ़, 6 मार्च (The News Air) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पंजाब में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने सोमवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान को कड़े शब्दों में जवाब देते हुए कहा कि मैं भ्रष्टाचारियों का समर्थन मंत्रियों का समर्थन करते हो और केवल विपक्ष के खिलाफ चयनात्मक और प्रतिशोधी करते हो।

हालांकि आप विपक्षी नेताओं के खिलाफ चेरी पिकिंग और सेलेक्टिव नहीं हो सकते। पंजाब से आप के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. विजय सिंगला अभी भी पार्टी में क्यों हैं। अगर वह कैबिनेट मंत्री बनने के काबिल नहीं हैं तो आप में बने रहने के लिए उन मे क्या खास बातहै। इसके अलावा डॉ. सिंगला पूरी तरह से ईमानदार होने का दावा करते रहे आ रहे हैं ।
बाजवा ने कहा कि पंजाब के लोग अभी भी नहीं जानते कि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है या नहीं।

पूर्व कैबिनेट मंत्री फौजा सिंह सारारी के मामले में भगवंत मान को उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर करने में कई महीने लग गए और वह भी विपक्षी दलों के भारी दबाव के बाद। हालांकि, सारारी भी पार्टी में बने हुए हैं और अब तक उन्हें भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार नहीं किया गया है। भगवंत मान सरकार उन पर इतनी मेहरबान क्यों है?

बाजवा ने पूछा दिल्ली में, अरविंद केजरीवाल आप के पूर्व कैबिनेट मंत्री सत्येंद्र जैन को शहीदे आजम भगत सिंह के समकक्ष बताते रहे। हालांकि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने उन पर भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में मामला दर्ज किया था।

सत्येंद्र जैन पर दोहरा मापदंड क्यों। केजरीवाल और मान ने दावा किया कि जैन को झूठा फंसाया जा रहा है। हालांकि जब कांग्रेस पंजाब में इसी तरह का आरोप लगाती है तो भगवंत और पूरा आप नेतृत्व उत्तेजित हो जाता है।

यहां तक ​​कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के मामले में भी केजरीवाल और मान चाहते थे कि हर नागरिक यह विश्वास करे कि वह निर्दोष हैं और जांच एजेंसियों द्वारा उन्हें अनावश्यक रूप से परेशान किया जा रहा है। ऐसा दोहरा मापदंड नहीं चलेगा।

बाजवा ने कहा कि अगर भगवंत मान वास्तव में भ्रष्टाचार से लड़ना चाहते हैं तो वह अपनी ही पार्टी के राज्यसभा सांसद बलबीर सिंह सीचेवाल और लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) के अशोक मित्तल की विजिलेंस ब्यूरो से जांच कराने में क्यों विफल रहे, जिन्होंने कई एकड़ जमीन पर अवैध रूप से कब्जा किया हुआ है।

कांग्रेसी नेता ने कहा कि जब दिल्ली की कांग्रेस नेता अलका लांबा और आप के संस्थापक सदस्य कुमार विश्वास को पंजाब पुलिस ने झूठा मामला दर्ज किया था, तब केजरीवाल की ज्यादती को कौन भूल सकता है।

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