Delhi Politics: दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच घमासान तेज हो गया है। आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर उनके मौजूदा विधायकों को खरीदने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने दावा किया कि उनके विधायकों को 15 करोड़ रुपये का ऑफर दिया गया है। इस पर बीजेपी की दिल्ली इकाई ने कड़ा रुख अपनाते हुए मामले की शिकायत उपराज्यपाल वीके सक्सेना (VK Saxena) से कर दी है और उनसे एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) को इस मामले में केस दर्ज करने के निर्देश देने की मांग की है।
केजरीवाल और संजय सिंह ने लगाए गंभीर आरोप
गुरुवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने ट्वीट कर बीजेपी पर विधायकों को खरीदने की कोशिश का आरोप लगाया। इसके बाद राज्यसभा सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह दावा किया कि उनके पास पुख्ता सबूत हैं कि आम आदमी पार्टी के विधायकों को खरीदने के लिए 15 करोड़ रुपये तक का ऑफर दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले सत्ता हथियाने की कोशिश कर रही है।
BJP का पलटवार, LG को लिखा पत्र
इन आरोपों के बाद बीजेपी ने तुरंत पलटवार किया। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा (Virendra Sachdeva) ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना (VK Saxena) को पत्र लिखकर अरविंद केजरीवाल और संजय सिंह के खिलाफ जांच की मांग की है। उनका कहना है कि आम आदमी पार्टी झूठे आरोप लगाकर जनता को गुमराह कर रही है और दिल्ली में राजनीतिक अस्थिरता फैलाने की कोशिश कर रही है।
BJP ने AAP पर लगाए झूठे आरोपों के आरोप
बीजेपी नेता हरीश खुराना (Harish Khurana) ने कहा, “यह पहली बार नहीं है जब आम आदमी पार्टी इस तरह के झूठे आरोप लगा रही है। जब भी वे चुनाव हारते हैं, तो इसी तरह के मनगढ़ंत आरोप लगाकर माहौल खराब करने की कोशिश करते हैं। अगर उनके पास कोई सबूत है, तो वे तुरंत सामने रखें।”
ACB जांच की मांग
बीजेपी ने उपराज्यपाल से अपील की है कि वह एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) को इस पूरे मामले की जांच करने के निर्देश दें। बीजेपी का कहना है कि अगर आम आदमी पार्टी के आरोपों में सच्चाई है तो इसे साबित किया जाना चाहिए, अन्यथा यह जनता को गुमराह करने का एक और प्रयास होगा।
दिल्ली विधानसभा चुनाव और बढ़ता राजनीतिक तनाव
दिल्ली में विधानसभा चुनाव के नतीजे जल्द ही घोषित किए जाएंगे, ऐसे में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। आम आदमी पार्टी (AAP) का दावा है कि वे दिल्ली में फिर से सत्ता में लौटेंगे, जबकि बीजेपी इस बार मजबूत वापसी की कोशिश में जुटी हुई है। हाल ही में जारी हुए कई एग्जिट पोल (Exit Polls) में भी बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच कड़ी टक्कर दिखाई गई है।
क्या कहती है जनता?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस तरह के आरोप-प्रत्यारोप दिल्ली के मतदाताओं को प्रभावित कर सकते हैं। कुछ मतदाता इसे चुनावी रणनीति मान रहे हैं, जबकि कुछ लोग इस मुद्दे की गहराई से जांच की मांग कर रहे हैं।
अब आगे क्या?
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि उपराज्यपाल वीके सक्सेना (VK Saxena) इस पूरे मामले पर क्या फैसला लेते हैं और क्या एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) इस मामले की जांच शुरू करेगा या नहीं। फिलहाल, दिल्ली की राजनीति में यह मुद्दा एक नया मोड़ ला सकता है।