शिमला (The News Air) : हिमाचल प्रदेश सेब उत्पादक संघ ने एपीएमसी के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान कर दिया है। 23 अगस्त को सेब उत्पादक संघ ढली एपीएमसी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने जा रही है, जिसका कारण सरकार द्वारा लिए गए किलो के हिसाब से सेब बेचने के निर्णय को सही ढंग से लागू न कर पाना है। शिमला में हुई सेब उत्पादक संघ की बैठक में यह निर्णय बागवानों ने लिया है। सेब उत्पादक संघ ने कहा है कि सरकार का सेब को किलो के हिसाब से बेचने का निर्णय सराहनीय है लेकिन इस निर्णय को एपीएमसी जमीनी स्तर पर लागू करवाने में विफल हो रही है।
प्रदेश सेब उत्पादक संघ के संयोजक सोहन ठाकुर ने कहा कि आढ़ती सरकार के सेब के किलो के हिसाब से बेचने के निर्णय को फेल करवाने पर तुले हैं इसके लिए लदानियों को भी बहका कर मोहरा बनाया जा रहा है, ताकि किसानों बागवानों की लूट की जाए। कभी 2 किलो काट का बहाना बनाया जा रहा तो कभी ज्यादा वजन का बहाना बनाया जा रहा है। सरकार ने बागवानों के हित में बड़ा निर्णय लिया है, लेकिन एपीएमसी इस निर्णय को लागू कराने में विफल नजर आ रही है जिसको लेकर सेब उत्पादक संघ एपीएमसी कार्यालय ढली के बाहर विरोध प्रदर्शन करेगा।
हिमाचल प्रदेश सेब उत्पादक संघ ने एपीएमसी के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान कर दिया है। 23 अगस्त को सेब उत्पादक संघ ढली एपीएमसी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने जा रही है, जिसका कारण सरकार द्वारा लिए गए किलो के हिसाब से सेब बेचने के निर्णय को सही ढंग से लागू न कर पाना है। शिमला में हुई सेब उत्पादक संघ की बैठक में यह निर्णय बागवानों ने लिया है। सेब उत्पादक संघ ने कहा है कि सरकार का सेब को किलो के हिसाब से बेचने का निर्णय सराहनीय है लेकिन इस निर्णय को एपीएमसी जमीनी स्तर पर लागू करवाने में विफल हो रही है।
प्रदेश सेब उत्पादक संघ के संयोजक सोहन ठाकुर ने कहा कि आढ़ती सरकार के सेब के किलो के हिसाब से बेचने के निर्णय को फेल करवाने पर तुले हैं इसके लिए लदानियों को भी बहका कर मोहरा बनाया जा रहा है ताकि किसानों बागवानों की लूट की जाए। कभी 2 किलो काट का बहाना बनाया जा रहा तो कभी ज्यादा वजन का बहाना बनाया जा रहा है। सरकार ने बागवानों के हित में बड़ा निर्णय लिया है लेकिन एपीएमसी इस निर्णय को लागू कराने में विफल नजर आ रही है जिसको लेकर सेब उत्पादक संघ एपीएमसी कार्यालय ढली के बाहर विरोध प्रदर्शन करेगा।