टोक्यो, 5 अगस्त (The News Air)
टोक्यो ओलंपिक (tokyo olympics) में कुश्ती के लिहाज़ से भारत के लिए बुधवार का दिन बहुत ही शानदार रहा है, क्योंकि फ्रीस्टाइल पहलवान रवि कुमार दहिया ने पुरुषों के 57 कि.ग्रा. वर्ग में फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया, हालांकि मुक़ाबले में सोशल मीडिया पर ऐसे फोटोज और वीडियो वायरल हो गए हैं, जिसमें देखा जा सकता है कि विपक्षी खिलाड़ी मुक़ाबले के दौरान काफी देर तक रवि को दांत से काटता रहा। लेकिन भारतीय खिलाड़ी रवि अंत तक डटा रहा।
फाइनल में पहुंचते ही रवि कुमार ने टोक्यो ओलंपिक में कुश्ती मुकाबले में भारत के लिए पदक पक्का कर लिया और अब सभी की निगाहें स्वर्ण पदक पर टिकी हुई है।
लेकिन इस सेमीफाइनल मुक़ाबले में विपक्षी पहलवान में खेल भावना नहीं दिखी. 23 वर्षीय दहिया कज़ाखिस्तान के नूरिस्लाम सनायेव के ख़िलाफ़ जब 7-9 से पीछे चल रहे थे, तभी उन्होंने विक्ट्री बाई फॉल के ज़रिए अपनी जीत सुनिश्चित कर ली थी, हालांकि इस दौरान कज़ाखिस्तान का पहलवान रवि दहिया को अपने ऊपर से हटाने के लिए लगातार उनके हाथ को काटता रहा, लेकिन भारतीय खिलाड़ी रवि काफी देर तक डटा रहा.
पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने इस घटना पर निराशा जताते हुए कहा कि यह कितना अनुचित है, लेकिन इससे हमारे रवि दहिया के जोश को दबा नहीं सका. भले ही उसने हाथ काट दिया. शर्मनाक कज़ाखस्तान के हारे हुए नूरिस्लाम सनायेव. ग़ज़ब रवि, बहुत सीना चौड़ा किया आपने कुश्ती में।
रवि दहिया के जीत से जहां पूरे देश में जश्न शुरू हो गया, वहीं एक महत्वपूर्ण बात किसी क ध्यान में नहीं आई। बाद में पता चला है कि मुक़ाबले के अंतिम क्षणों के दौरान जब उन्हें सनायेव भारतीय पहलवान की हाथ को काट रहे थे। फ़ोटो में उनकी दाहिनी बाँह में काटने के गहरे निशान का खुलासा हुआ है. वहीं, कज़ाखिस्तान पहलवान की करतूत पर फैन्स में काफ़ी नाराज़गी पाई गई है।
दहिया ने मुक़ाबले में ज़ोरदार वापसी करते हुए अपने विरोधी के दोनों पैरों पर हमला किया और उसके गिरने से जीतने में कामयाब रहे. दहिया ने इससे पहले दोनों मुक़ाबले तकनीकी दक्षता के आधार पर जीते थे. रवि दहिया 5 अगस्त को गोल्ड मेडल मुक़ाबले में उतरेंगे. इससे पहले सुशील कुमार ने 2012 लंदन ओलंपिक में फाइनल में जगह बनाकर रजत पदक जीता था।
सोशल मीडिया पर अब ऐसी तस्वीरें सामने आने लगी हैं जहां कजाख को दहिया को काटते हुए साफ़ तौर पर देखा जा सकता है, जबकि भारतीय कोई उसकी पकड़ में आने में कामयाब होता है.
दहिया के फाइनल में पहुंचते ही टोक्यो खेलों में भारत का चौथा पदक पक्का हो गया है. इससे पहले भारोत्तोलन में मीराबाई चनू ने रजत, बैडमिंटन में पीवी सिंधु ने कांस्य पदक जीता। बुधवार को ही लवलीना बोरगोहेन ने कांस्य पर कब्ज़ा किया।
कांस्य के लिए खेलेंगे दीपक पूनिया- दूसरी ओर दीपक पूनिया सेमीफाइनल में हारने के उपरांत अब कांस्य पदक के लिए खेलेंगे। पूनिया 86 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में अमेरिका के 2018 विश्व चैम्पियन डेविड मॉरिस टेलर से एक-तरफा मुक़ाबले में हार गए। टेलर की तकनीकी दक्षता का पूनिया के पास कोई जवाब ही नहीं था। जवाबी हमले पर वह एक ही मूव बना सके और वह खाता भी नहीं खोल पाए।