चंडीगढ़, 30 अगस्त:
पंजाब विजीलैंस ब्यूरो द्वारा भ्रष्टाचार के विरुद्ध जारी मुहिम के दौरान आज थाना बाघापुराना में तैनात पंजाब पुलिस के एक सब-इंस्पेक्टर (एस.आई.) जगनदीप सिंह के खिलाफ 20,000 रुपए रिश्वत लेने के दोष के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
आज यहाँ यह जानकारी देते हुए विजीलैंस ब्यूरो के एक प्रवक्ता ने बताया कि बीती तारीख 02.09.2021 को उक्त एस.आई. जगनदीप सिंह की सोशल मीडिया पर वायरल हुई वीडियो क्लिप सम्बन्धी ब्यूरो द्वारा तैयार पड़ताल रिपोर्ट के आधार पर यह मुकदमा दर्ज हुआ है। केस के विवरण देते हुए उन्होंने बताया कि मनदीप सिंह उर्फ हीपा निवासी गाँव कोटला मेहर सिंह वाला, जि़ला मोगा के पास से 190 नशीली गोलियाँ बरामद होने के कारण एन.डी.पी.एस. एक्ट के अंतर्गत थाना बाघापुराना में मुकदमा दर्ज हुआ था। इस मुकदमे में शामिल दोषी मनदीप सिंह की मदद करने के बदले एस.आई. जगनदीप सिंह द्वारा दोषी के भाई अमनदीप सिंह से 20,000 रुपए की रिश्वत हासिल की गई।
इसके उपरांत अमनदीप सिंह वग़ैरा द्वारा उक्त हासिल की गई रिश्वत संबंधी स्टिंग ऑपरेशन कर वीडियो वायरल की गई, जिसमें जगनदीप सिंह की पहनी हुई पैंट की पिछली जेब से 20,000 रुपए रिश्वत के करंसी नोट निकलवाकर पहले से फोटोस्टेट किए गए नोटों के नंबरों के साथ मिलान करवाया गया और वीडियो में उक्त एस.आई. द्वारा अपनी गलती मानी गई है।
प्रवक्ता ने बताया कि बतौर जनसेवक होते हुए ऐसा करके दोषी एस.आई. जगनदीप सिंह द्वारा भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के तहत जुर्म अ/ध 7 किया गया है, जिस कारण उसके खि़लाफ़ विजीलैंस ब्यूरो के थाना फिऱोज़पुर में यह मुकदमा दर्ज किया गया है।