एलॉन मस्क (Elon Musk) एक बार फिर चर्चाओं में हैं। इस बार कारण है उनके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर (Twitterfds) को खरीदने का ऑफर। मस्क ने 43 अरब डॉलर में ट्विटर को खरीदने की पेशकश की है। अब मस्क कुछ कहें या करें और उसे लेकर मीम्स या जोक न बनें, ऐसे तो हो ही नहीं सकता। इस बीच कुछ इंटरनेट यूजर्स ने दुनिया के सबसे अमीर आदमी को एक और सलाह दे डाली, जिससे कि वे इतने सारे पैसों से इस दौरान संकट में चल रहे एक देश के सभी विदेशी कर्ज चुका सकते हैं।
यहां बात हो रही है श्रीलंका है, जो अपनी आजादी के बाद से अब तक की सबसे खराब आर्थिक मंदी (Sri Lanka Economic Crisis) से जूझ रहा। श्रीलंका ने मंगलवार को अपने 51 अरब डॉलर के विदेशी कर्ज चुकाने में हाथ खड़े कर दिए।
अब जब मस्क ने 43 अरब डॉलर में ट्विटर को खरीदने की बात कह डाली, तो कई यूजर्स ने उन्हें सलाह दी कि मस्क इतने पैसों से श्रीलंका का विदेशी कर्ज चुका दें और उसे ही खरीद लें।
Snapdeal के CEO कुणाल बहल उन लोगों में शामिल थे, जिन्होंने कहा कि एलॉन मस्क ने ट्विटर को 43 अरब डॉलर में खरीदने का उनका ऑफर श्रीलंका के विदेश कर्ज के बराबर का है।
बहल ने ट्विटर पर चुटकी लेते हुए कहा, “वह इसे ही खरीद सकते हैं और खुद को सीलोन (Ceylon) मस्क कह सकते हैं।” बता दें कि आजादी से पहले श्रीलंका को Ceylon के नाम से ही जाना जाता था।
दरअसल यह एक वॉट्सऐप जोक है, जिसमें मस्क को श्रीलंका खरीदने की सलाह दी जा रही है। वहीं अब यह जोक ट्विटर पर जमकर वायरल और शेयर किया जा रहा है।
हालांकि, बहुत से लोग इसे लेकर खुश नहीं हैं। उनका मानना है कि अगर कोई एक अकेला शख्स पूरे देश को खरीद सकता है, तो इससे यह पता चलता है कि लोगों के बीच कितना बड़ा आर्थिक अंतर है। यह एक बहुत बड़ी समस्या है।
एक ट्विटर यूजर ने लिखा, “एलॉन मस्क ट्विटर को 43 अरब डॉलर में खरीदने के लिए बोली लगा रहे हैं। श्रीलंका देश जीवित रहने के लिए 45 अरब डॉलर के कर्ज का सामना कर रहा है। दुनिया में मौलिक रूप से कुछ तो गड़बड़ है।”
दुनिया के सबसे अमीर शख्स ने सिक्योरिटीज फाइलिंग के जरिए ऑफर दिया था। मस्क ने ट्विटर को 54.20 डॉलर प्रति शेयर की दर से 41.39 अरब डॉलर में कंपनी की 100 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने का “सबसे अच्छा और फाइनल” ऑफर दिया था।
मस्क ने लिखा, “मैंने Twitter में निवेश किया है, क्योंकि मैं दुनिया भर में फ्री स्पीच के लिए इस प्लेटफॉर्म की क्षमताओं को जानता हूं। मैं मानता हूं कि एक डेमोक्रेसी के लिए फ्री स्पीच बेहद जरूरी है।”